UP vidhansabha chunav: केपी मावी या सत्यवीर त्यागी, जानें क्या हैं किठौर के समीकरण

मेरठ। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव की घंटी बजते ही सियासी हलचल तेज है। 10 फरवरी को होने वाले पहले चरण के मतदान के लिए नामांकन प्रक्रिया का आज आखिरी दिन है।
यूपी के राजनीतिक केंद्र माने जाने वाले मेरठ में सियासी पारा चढ़ चुका है। मेरठ की 7 विधानसभा सीटों में एक सीट किठौर भी शामिल है। यह मुस्लिम बहुल सीट है यहां की जनता ने ज्यादातर छोटे दलों का साथ दिया है।
बीजेपी ने यहां से विधायक सत्यवीर त्यागी पर ही भरोसा जताया है सत्यवीर त्यागी ने गुरुवार को अपना नामांकन दाखिल कर दिया। इस बार इस सीट पर बसपा ने की बीमारी को टिकट दिया है।
अतीत की बात करें तो 1957 से 2017 तक भाजपा को दो बार और कांग्रेस को तीन बार ही जीत मिली है। मंजूर परिवार ने इस सीट पर 5 बार जीत दर्ज की है और बसपा कोई यहां से एक बार भी जीत नहीं मिल पाई।
लेकिन इस बार बसपा से केपी मावी बीजेपी के सत्यवीर त्यागी को टक्कर देने के इरादे से मैदान में उतरे हैं जानकारों का कहना है कि इस बार बसपा किठौर सीट पर अच्छा प्रदर्शन करेगी।
2017 के नतीजों की बात करें तो भाजपा से सत्यवीर त्यागी को 90622 वोट मिले जबकि सपा के प्रत्याशी शाहिद मंजूर को 79800 वोट मिले।
इसी के साथ बसपा से गजराज को 62503, रालोद से मतलूब अहमद को 6598 ही वोट हासिल हुए।
जातीय समीकरण की बात करें तो मुस्लिम मतदाता बहुल इस सीट पर दलित, गुर्जर, ठाकुर और त्यागी समाज भी अहम भूमिका निभाता है। यहां मुस्लिम मतदाता खरीद एक लाख 25 हजार है तो दलित मतदाताओं की संख्या करीब 72 हजार है।
इसी कड़ी में ब्राह्मण 12 हजार, त्यागी 18 हजार, एससी 72 हजार, जाट 19 हजार, ठाकुर 28 हजार, सैनी 8 हजार, कश्यप 8 हजार, सैन 4 हजार, गोस्वामी 4 हजार, पाल 5 हजार, प्रजापति 6 हजार।