आबकारी विभाग की सांठ-गांठ से शराब का अवैध कारोबार जोरो पर…
डिंडोरी/प्रमोद पड़वार
मंडला प्रभारी जिला आबकारी अधिकारी मंडला की कार्यप्रणाली आये दिन जनचर्चा का विषय बना हुआ है जहां पर नगर के अंदर प्रतिबंधित होने के बाद भी अबैध शराब बड़ी आसानी से प्राप्त हो रही है साथ ही नगर और हाइवे से लगे हुए ढाबों में सुबह से शराब पीना पिलाना शुरू हो जाता है और आबकारी के इंस्पेक्टर और अधिकारी को सब जानकारी है कि कौन सा ढाबा में किस ठेकेदार शराब पहुँचा रहा है पर कार्यवाही शून्य है और शिकायत होने के बाद भी कोई कार्यवाही न होना ये बड़ा ही दुर्भाग्य पूर्ण है आबकारी विभाग केवल ग़रीबो आदिवासियों के द्वारा बनाई जा रही महुआ की शराब को पकड़ कर कागजों का पेट भर अपनी खाना पूर्ति कर रही है दूसरी ओर नगर से लेकर गांव गांव में ठेकेदार के कुचियों के द्वारा देशी विदेशी शराब की बिक्री जोरो पर है।
नागरिक लगातार शासन प्रषासन से अबैध शराब के कारोबार बंद करने की माँग कर रहे हैं। लेकिन इन्हें हटाया नहीं जा रहा है जिसकी वजह से मध्यप्रदेष के मंडला जिले में शासन प्रषासन के प्रति नाराजगी बढ़ती जा रही है। संपूर्ण मंडला जिले में शराब का अवैध कारोबार खुलेआम किया जा रहा है। इस आषय की खबरें लगातार प्रकाषित की जा रही है लेकिन शासन प्रषासन के कानों में जंू तक नहीं रेंग रही है। इस जिले में जहां देखो वहां शराब का अवैध कारोबार किया जा रहा है। सबसे शर्मनाक बात तो यह है कि मां नर्मदा नगरी मंडला में ही खुलेआम शराब बिक रही है जबकि यहां पर शराब बिकना पूर्णतः प्रतिबधित किया गया हैं। इसके अलावा संपूर्ण जिले में शराब अवैध तरीके से शासन प्रषासन की सांठ-गांठ से बिक रही है। ठेकेदार ग्रामीण क्षेत्रों में अपनी पकड़ मजबूत कर लिए हैं और नियमो को ताक में रखकर अपने गुर्गो से शराब को बेच रहे हैं। मध्यप्रदेष के मंडला जिले की तहसील नैनपुर के ग्राम पाठासिहोरा और डिठोरी में शराब का अवैध कारोबार किया जा रहा है। इसी तरह संपूर्ण जिले में छोटी दुकानों, जलपान गृहों, अण्डा दुकानों, किराना दुकानों व पान ठेलों में इसका कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है। ठेकेदारों से मोबाईल के माध्यम से शराब की खरीद फरोक्त की जा रही है और शाम ढलते ही छोटी दुकानें ठेके में तब्दील हो जाती है। यह सब कुछ आबकारी अधिकारी की सांठ गांठ से चल रहा है। इन्हें लगातार हटाने की मांग की जा रही है। लेकिन इन्हें क्यों नहीं हटाया जा रहा है यह शोध का विषय हो गया है। नागरिकों की मांग है कि इन्हें तत्काल हटाया जाए और शराब का अवैध कारोबार तत्काल बंद किया जाए।