छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ के 23 साल…बेमिसाल

आज छत्तीसगढ़ अपने 23 साल पूरे कर 24वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है। युवा होता यह प्रदेश आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक क्षेत्रों में लगातार प्रगति कर रहा है। कई क्षेत्रों में विकास के नए-नए कीर्तिमान रच रहा हैं। बता दें कि 1 नवंबर 2000 को छत्तीसगढ़ के साथ उत्तराखंड और झारखंड भी अस्तित्व में आए। लेकिन विकास में हम इनसे आगे निकल गए। हम साल दर साल कैसे आगे बढ़ते जा रहे हैं, आइए बताते हैं इसकी एक झलक…

  • 2000 एमपी से अलग होते ही रायपुर राजधानी बनी और बिलासपुर न्यायधानी बनी।
  • 2001 न्यायधानी बिलासपुर में छत्तीसगढ़ का दूसरा मेडिकल कॉलेज सिम्स शुरू।
  • 2002 छग माध्यमिक शिक्षा मण्डल का गठन हुआ। 5वीं, 8वीं, 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा हुई।
  • 2003 कवर्धा में पहला शुगर मिल और रायपुर में हिदायतुल्ला नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी शुरू।
  • 2004 देश के 15वें आदिमजाति अनुसंधान और प्रशिक्षण संस्थान की स्थापना।
  • 2005 पं. सुंदर लाल शर्मा मुक्त विवि, कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता विवि और तकनीकी विवि शुरू।
  • 2006 बस्तर में राज्य का तीसरा मेडिकल कॉलेज और भिलाई में एनएसपीसीएल शुरू।
  • 2007 बस्तर संभाग में दो नए जिले बीजापुर और नारायणपुर बनाए गए। राज्य में 18 जिले हो गए।
  • 2008 छग सरप्लस राज्य बना। बस्तर विवि भी शुरू। परसदा क्रिकेट स्टेडियम का उदघाटन।
  • 2009 में बिलासपुर गुरु घासीदास विश्वविद्यालय को केंद्रीय विवि की मान्यता मिली।
  • 2010 एपीएल परिवार को 35 किलो सस्ता अनाज देने की योजना व आईआईएम शुरू।
  • 2011 सुकमा, बलौदाबाजार कोंडागांव, गरियाबंद,मुंगेली, बेमेतरा, बलरामपुर, बालोद, सूरजपुर नए जिले।
  • 2012 स्वामी विवेकानंद विमानतल मेंे नया टर्मिनल शुरू। बिलासपुर विवि की स्थापना हुई।
  • 2013 राज्य को एम्स की सौगात मिली। पहली बार आईपीएल के मैचों का आयोजन।
  • 2014 राजनांदगांव में राज्य का पहला अंतरराष्ट्रीय स्तर का हॉकी स्टेडियम बना।
  • 2015 ट्रिपल आईटी शुरू। रायपुर, बिलासपुर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में शामिल।
  • 2016 आईआईटी भिलाई की सौगात मिली। नवा रायपुर में मानव निर्मित जंगल सफारी शुरू हुआ।
  • 2017 शिक्षाकर्मियों का बड़ा आंदोलन हुआ। इसके बाद ही स्कूल शिक्षा में संविलियन।
  • 2018 पहला सरकारी सुपर सुपरस्पेशलिटी अस्पताल डीकेएस रायपुर में शुरू हुआ।
  • 2019 रायपुर-बिलासपुर फोरलेन और 3 हजार करोड़ के एडीबी प्रोजेक्ट के तहत काम शुरू।
  • 2020 गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही 28वें जिले के रूप में अस्तित्व में
  • आया।
  • 2021 राम वन पथ गमन योजना की शुरुआत हुई। कौशल्या माता मंदिर का जीर्णोद्धार हुआ।
  • 2022 मोहला-मानपुर, सारंगढ़-बिलाईगढ़, सक्ती, एमसीबी, केसीजी 5 नए जिले बने।
  • 2023 कबीरधाम, जांजगीर-चांपा, मनेंद्रगढ़ और दंतेवाड़ा में मेडिकल कॉलेज की घोषणा।

24वें साल का गणित

24 अंक 2 और 4 से मिलकर बना है। इसका योग 6 होता है। 6 शुक्र प्रधान अंक है, जो संपन्नता और प्रगति का प्रतीक है। अर्थात 24वां वर्ष प्रगति और संपन्नता लेकर आएगा। लेकिन यह अंक 2 और 4 से मिलकर बना है। अतः उसे भी मूल्यांकन में लेना होगा। अंक 2 चंद्र प्रधान अंक है, जो कि जल तत्व और प्रजा के भावनात्मक दृष्टिकोण को दर्शाता है, अर्थात प्रजा बुद्धि की अपेक्षा भावना केंद्रित होगी। अंक 4 राहु का प्रतिनिधित्व करता है, जो कि अस्थिरता का प्रतीक है। अतः यह कहा जा सकता है कि राज्य के लिए 24वां वर्ष प्रगति का, लेकिन अस्थिरता से परिपूर्ण होगा। – डॉ. दत्तात्रेय होस्केरे, ज्योतिषाचार्य

  • rammandir-ramlala

Related Articles

Back to top button