रायगढ़: कॉलेज में सीटें फुल, व्यवस्था बनाने के लिए बन रहे 3 अतिरिक्त कमरे
डिग्री कॉलेज विद्याथियों का पसंदीदा कॉलेज रहा है। इस साल बीएससी गणित को छोड़कर अधिकांश सीटें फुल हो चुकी हैं। हालात ऐसे हैं कि एक-एक क्लास में दो से ढाई सौ छात्र-छात्राएं बैठ रहे हैं।
डिग्री कॉलेज की प्रिंसिपल ने पहले ही अतिरिक्त भवन की मांग की थी। इसका टेंडर व प्रक्रिया के साथ काम शुरू हो गया है, जो 8 महीने के भीतर ही पूरा हो जाएगा। इसका लाभ परीक्षा के दौरान कॉलेज को मिलेगा। इससे बैठने की परेशानी लगभग खत्म हो जाएगी।
जिले का लीड कॉलेज में बीएससी बायो की सीटें भर चुकी हैं। छात्रों की मांग के बाद डिग्री कॉलेज में सीट बढ़ाने की मांग की गई। लेकिन कॉलेज कमरों की कमी के साथ प्रोफेसरों की परेशानी से सीट बढ़ाने के लिए मना कर दिया है। अब सभी संकायों में नो सीट की स्थिति हो गई है।
कमरे के निर्माण के बाद भी आने वाले वर्षों में सीटें नहीं बढ़ेगी। यह कमरे बैठक व्यवस्था में सुधार करने के लिए बनाया जा रहा है।
80 लाख रुपए से बन रहे तीन कमरे शासकीय कला एवं महाविद्यालय हर साल बढ़ता जा रहा है, लेकिन फिर भी छात्र-छात्राओं के लिए जगह पढ़ रही है। शासन से अतिरिक्त कमरों की मांग की थी। इसके लिए पीडब्ल्यूडी ने 80 लाख रुपए से स्पोटर्स क्लास रूप के उपर में तीन अतिरिक्त भवन बनाना शुरू कर दिया है। ठेकेदार द्वारा पिछले सप्ताह से निर्माण शुरू कर दिया है। 8 महीने के भीतर पूरा कर पीडब्ल्यूडी कॉलेज के हैंडओवर करेगा। इसका फायदा कॉलेज को परीक्षा के दौरान मिलेगा। हालांकि कमरे बनने के बाद भी सीट नही बढ़ेंगी।
बीएससी गणित के अलावा अन्य सीटें फुल शासकीय कला एवं महाविद्यालय की प्रिंसिपल पीबी बेस ने बताया कि इस साल यूनिवसिटी ने कॉलेज में खाली सीटों को भरने के लिए 6 बार एडिमिशन पोर्टल खोला था।
अलग-अलग तारीख भी एडमिशन हुए हैं इस स्थिति में शहर का मुख्य कॉलेज में बीएससी बायो के 465 सीटों में एक भी सीट नहीं बची है। वहीं बीए की, बीएससी, एमएससी बॉकॉम, एमए में एक भी सीट खाली नहीं है। बीएसी गणित 275 में करीब 100 ही भर पाई है। बीएससी गणित के इस तरह की स्थिति रहती है। जिले में इस विषय के छात्र-छात्राएं कम रहते है।