राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवकों ने पथ संचलन में भाग लेकर हिंदुओं को संगठित करने का लिया संकल्प
भटगांव। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के बिलाईगढ़ खण्ड के भटगांव मंडल में पथ संचलन का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम नगर के सागर पब्लिक स्कूल से दोपहर 3 बजे प्रारंभ हुआ और पुराना हटरी, बाम्हन पारा, बस स्टैंड होते हुए बंग्लाभाठा मैदान में समाप्त हुआ। संचलन के दौरान नगरवासियों ने पुष्प वर्षा और भारत माता के जयघोष के साथ उत्साहपूर्वक स्वागत किया।
भयभंजन जी का बौद्धिक संबोधन
पथ संचलन के समापन पर आयोजित बौद्धिक सत्र में मुख्य वक्ता विभाग कार्यवाह श्री भयभंजन बेहरा ने अपने उद्बोधन में कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना डॉ. हेडगेवार ने हिंदू समाज को संगठित करने के उद्देश्य से की थी। उन्होंने कहा कि संघ का उद्देश्य केवल व्यक्तियों का निर्माण करना नहीं है, बल्कि यह साधन के रूप में समाज परिवर्तन की ओर अग्रसर है।
उन्होंने पंच परिवर्तन के पांच स्तंभों—समरसता, कुटुंब प्रबोधन, पर्यावरण, स्वदेशी, और नागरिक कर्तव्य—का उल्लेख करते हुए कहा कि शताब्दी वर्ष में संघ के प्रत्येक स्वयंसेवक को समाज परिवर्तन में सहभागी बनना होगा। इसके साथ ही वीर नारायण सिंह और बिरसा मुंडा जैसे महान जनजातीय नायकों को भी श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अखिल भारतीय रामनामी महासभा के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष श्री महेत्तर राम रामनामी रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला कार्यवाह श्री हेमचंद साहू ने की, और विशेष अतिथि के रूप में अहिल्याबाई होलकर समिति के जिला अध्यक्ष डॉ. गिरीश वैष्णव उपस्थित रहे।
संचलन की सफलता में सहयोगियों का योगदान
कार्यक्रम के अंत में खंड कार्यवाह श्री चिराग साहू ने सागर पब्लिक स्कूल, पुलिस प्रशासन, गायत्री परिवार, सभी समाज के प्रबुद्धजनों और नगरवासियों का सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया।
इस पथ संचलन ने हिंदू समाज को संगठित करने और समाज परिवर्तन के लिए संघ की प्रतिबद्धता को फिर से मजबूत किया।