ईडी की कार्रवाई पर सीएम बघेल ने उठाए सवाल, बोले- छत्तीसगढ़ शांत हुआ, तो ईडी-आइटी से गरमाने की साजिश
छत्तीसगढ़ में महादेव एप को लेकर ईडी की कार्रवाई पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सवाल खड़ा किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि महादेव एप या आनलाइन सट्टा खिलाने वालों का प्रदेश में कोई कार्यालय नहीं है। सरकार ने पिछले डेढ़ साल में महादेव एप के माध्यम से सट्टा खिलाने वालों पर कार्रवाई की है। अब चुनाव से पहले सरकार को बदनाम करने के लिए महादेव एप के नाम पर कार्रवाई करके हम पर आरोप लगा रहे हैं।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि हम लोग शामिल होते तो क्या कार्रवाई करते। कांग्रेस सरकार ने जुआ पर कार्रवाई के लिए विधानसभा में कड़ा कानून बनाया और उसे लागू किया। रमन सरकार में छत्तीसगढ़ अशांत था। कांग्रेस की सरकार में छत्तीसगढ़ शांत हुआ, तो ईडी और आइटी के माध्यम से गरमाने की साजिश रची जा रही है। यह कार्रवाई राजनीतिक उद्देश्य से की जा रही है।
सीएम बघेल ने कहा, ईडी-आइटी को कार्रवाई करना है तो आनलाइन सट्टा खिलाने वालों के कार्यालय में कार्रवाई करें। देशभर में संचालित हो रही है, तो उस पर कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। चुनाव नजदीक आ गया तो जो काम कर रहे हैं, उनको कैसे रोकें और सरकार को कैसे बदनाम करें, उस आधार पर कार्रवाई हो रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 30 मार्च 2022 को पहली कार्रवाई की गई। करीब 72 प्रकरण में 449 आरोपित गिरफ्तार किए गए हैं। यह दिल्ली, मध्य प्रदेश, ओडिशा और अन्य प्रदेश से आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है। 191 लैपटाप, 885 मोबाइल और इलेक्ट्रानिक गैजेट जब्त किया गया है। 41 लाख से अधिक नगद, एक करोड़ की राशि जब्त की गई। एक हजार से ज्यादा बैंक खातों को बंद कराया गया। 200 से अधिक एटीएम कार्ड जब्त किया गया।
महादेव एप के संचालक सौरभ चंद्राकर और रवि उत्पल के खिलाफ लुक आउट सर्कुलर जारी किया गया है। राज्य सरकार की तरफ से भरपूर कार्रवाई की गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में कानून का राज है। पांच साल पहले नक्सल समस्या से छत्तीसगढ़ जल रहा था। भाजपा को खून, हिंसा, घृणा पसंद है। इसलिए रमन सिंह के कार्यकाल में नक्सल समस्या बढ़ी है। अब जब यह शांत हाे रहा है, तो ईडी-आइटी के सहारे गरमाने की कोशिश कर रहे हैं।