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द फिल्म फाउंडेशन राष्ट्रीय संगोष्ठी प्रतिभाओं को फिल्म इंस्टीट्यूट में ट्रेनिंग की निशुल्क व्यवस्था होगी: राजा बुंदेला

सुरेश सिंह वैस/बिलासपुर। द फ़िल्म फाउंडेशन का दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी बिलासपुर के प्रबुद्ध वर्ग के समक्ष स्मृति मे रहने वाली सार्थक चर्चा के साथ आज सम्पन्न हुई। मुंबई से पधारे फ़िल्म व रंगमंच के स्थापित अभिनेता राजा बुंदेला व अखिलेन्द्र मिश्रा ने नगर मे मिले स्नेह और प्यार से अभिभूत हो गए, और पुनः छत्तीसगढ़ की इस संस्कारधानी में आने की इच्छा जताई।राजा बुंदेला जी कहना है की यदि द फ़िल्म फाउंडेशन ट्रस्ट की छत्तीसगढ़ इकाई उन्हें युवा प्रतिभाएं चयन करके देती है तो वे उन्हें मुंबई मे अनुपम खेर द्वारा संचालित एक्टिंग व फ़िल्म मेकिंग के इंस्टिट्यूट मे निःशुल्क एडमिशन दिलाएंगे.. अखिलेन्द्र मिश्रा जी ने बताया की छत्तीसगढ़ की फिल्मों का भविष्य तभी उज्जवल है, ज़ब उनमे सार्थक कहानी हो, बम्बइया फार्मूला न हो । ओ टी टी प्लेटफार्म मे बढ़ती अश्लीलता पर उन्होंने गहन चिंता व्यक्त किया, वे स्वयं इस प्रकार के अश्लील वेब सीरीज़ मे एक्टिंग नहीं करते और वे चाहते है की अन्य कलाकार भी बहिष्कार करें इस अधिवेशन मे सर्वसम्मति से यह प्रस्ताव पारित किया गया की भारत सरकार टीवी मोबाइल कंटेंट व ओ टी टी प्लेटफार्म के लिए कड़े क़ानून बनाए व सेंसर बोर्ड का गठन करें। फाउंडेशन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष संजय अनंत ने बताया की फाउंडेशन की छत्तीसगढ़ इकाई, छत्तीसगढ़ सरकार के सहयोग से बिलासपुर या रायपुर मे एक फ़िल्म इंस्टिट्यूट आरम्भ करेंगी, जिसमे फ़िल्म से जुड़े विभिन्न डिप्लोमा व पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा कोर्स की व्यवस्था होगी। और उन्हें मनोरंजन उद्योग मे अवसर दिलाने का भी प्रयास होगा। फाउंडेशन के प्रदेश अध्यक्ष योगेश अग्रवाल ने जानकारी देते हुए बताया की निकट भविष्य मे छत्तीसगढ़ राज्य मे प्रथम बार अन्तर्राष्ट्रीय फ़िल्म फेस्टिवल का आयोजन द फ़िल्म फाउंडेशन ट्रस्ट करेंगी, इस मे छत्तीसगढ़ राज्य का संस्कृति विभाग भी सहयोगी होगा। इस विषय पर फाउंडेशन का प्रतिनिधि मंडल मुख्यमंत्री जी से मिलेगा। रतनपुर मे महामाया मंदिर मे दर्शन के पश्चात देश विदेश से आये प्रतिनिधि छत्तीसगढ़ की सुखद स्मृति ले अपने देश रवाना हुए। नीदर लैंड से पधारी कवि लेखिका डॉ ऋतु पांडे जी जो अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर सनातन व हिन्दी के प्रचार प्रसार मे अग्रणी रहती है। उन्हें इस अवसर पर छत्तीसगढ़ का कोसा रेशम वस्त्र भेंट दिया गया।

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