
सूत्रों के अनुसार, धमतरी जिले में वन विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से चेकपोस्ट पर हर प्रकार के वाहनों से 20 से 50 रुपये तक की अवैध वसूली की जा रही थी, जिसके लिए कोई रसीद या पावती नहीं दी जाती थी। इस खुलासे के बाद, आरोपी अधिकारी ने पत्रकार को जान से मारने की धमकी दी।
वन विभाग ने दिए जांच के आदेश
खुलासे के बाद वन विभाग ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। वन विभाग के जारी आदेश में कहा गया है कि नरेश चंद्र देवनाग, जो उदंती-सीतानदी टाइगर रिजर्व में परिक्षेत्र अधिकारी हैं, ने पत्रकार के साथ अभद्र व्यवहार किया। यह एक शासकीय सेवक के लिए अशोभनीय कृत्य है और छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (आचरण) नियम, 1965 का उल्लंघन है। मामले की गहन जांच के लिए उपनिदेशक को निर्देशित किया गया है।
ड्राइवरों के सवालों से खुली पोल
चेकपोस्ट पर वसूली की गई रकम के पीछे कोई स्पष्ट आधार नहीं बताया गया, जिससे ड्राइवरों को भी यह समझ नहीं आया कि उनसे यह पैसा क्यों लिया जा रहा है।
इस घटना ने सरकारी अधिकारियों के भ्रष्टाचार को उजागर कर प्रशासन को कठघरे में खड़ा कर दिया है। जांच के नतीजों का सभी को इंतजार है।