बिलासपुर। बरसात के मौसम में ज्यादा से ज्यादा पौधे लगाए जाते हैं, ताकि पर्यावरण संतुलन को और प्रमुख भी बेहत्तर बनाया जा सके। इसी कड़ी में अब जिले के सभी सरकारी अस्पतालों में पौधे लगाए जाएंगे। खासकर औषधियुक्त पौधों को महत्व दिया जाएगा। इससे अस्पताल परिसर हर-भरा व सुंदर भी नजर आएगा। नूतन चौक स्थित स्वास्थ्य विभाग कार्यालय परिसर तो पहले से हो हरा-भरा है। वहीं अब इस परिसर में फूल व फलदार पौधे लगाए जाएंगे।
शहरी क्षेत्र के अन्य सरकारों अस्पतालों में पौधे लगाए गए हैं। पौधारोपण से अस्पतालों की सुंदरता बढ़ गई है। इसके विपरीत ब्लाक मुख्यालय स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के साथ ही ज्यादातर हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर, स्वास्थ्य केंद्र, उप स्वास्थ्य केंद्र में हरियाली नजर नहीं आती है। कई केंद्र ऐसे हैं, जहां पेड़ पौधों का नामोनिशान नाहीं है। ऐसे में अब सभी सरकारी अस्पताल को हरा-भरा बनाने का निर्णय लिया गया है। सभी केंद्रों में फलदार, फूलदार व छायादार के साथ ही औषधीय पौधे लगाए जाएंगे। इससे आने वाले दिनों में जिले के सभी अस्पतालों में हरियाली नजर आने लगेगी। इसके लिए सभी प्रभारियों को अपने-अपने अस्पताल परिसर के लिए पौधों का चयनकर उन्हें लगाने के निर्देश स्वास्थ्य विभाग ने दिए हैं। आने वाले दिनों में सभी अस्पतालों में पौधे लगाने का काम शुरू किया जाएगा। इसका लाभ निकट भविष्य में बेहतर पर्यावरण व हरे-भरे अस्पताल के
रूप में मिलेगा।
सिम्स बन चुका है हरियाली के लिए आदर्श
संभाग के सबसे बड़े अस्पताल सिम्स (छत्तीसगढ़ आयुर्विज्ञान संस्थान) हरियाली के लिए एक आदर्श बन चुका है। यहां की हरियाली सभी को भा रही है। सिम्स परिसर में तीन उद्यान हैं।सभी अस्पताल केंद्र प्रभारियों को विशेष प्रकार के पौधे लगाने के निर्देश दिए गए हैं। इसके तहत फूल व फल के पौधे के साथ औषधियुक्त पौधे लगाने होंगे। इसमें आम, करंज, आंवला, सतावरी, सहजन, बदाम, कदम, नीम, गोंद आदि शामिल है।
पर्यावरण को बेहतर बनाने के लिए पौधा लगाना बेहतर विकल्प है। ऐसे में जिले के सभी सरकारी अस्पतालों में पौधे लगाए जाएंगे। इससे अस्पताल हरे भरे व सुंदर नजर आएंगे ।
-डॉ प्रभात श्रीवास्तव
सीएमएचओ