पचरी घाट और शिव घाट बैराज व पुल पूर्णता की ओर, लोगों की होगी आवाजाही
सुरेश सिंह बैस/बिलासपुर। शहरं और अरपापार सरकंडा, चांटीडीह,लिंगियाडीह व मोपका को सीधे जोड़ने वाली रपटा पुल के अलावा सरकंडा में बने इंदिरा सेतु में यातायात का दबाव कम होगा। शहरवासियों के अलावा शहर से लगे ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले ग्रामीणों को अरपा नदी को पार कर शहर आने और कामकाज के बाद वापस गांव जाने के लिए दो और पुल का विकल्प जल्द मिलने वाला है। अरपा नदी में जूनाबिलासपुर पचरीघाट और सरकंडा शिवघाट के पास बैराज का निर्माण अब पूर्णता की ओर है। बैराज के ऊपर लोगों के आवाजाही के लिए ब्रिज का निर्माण पूरा हो गया है। अब इसे अंतिम रूप देने का काम किया जा रहा है। अरपा नदी पर शनिचार बाजार के पास बने रपटा पर वर्तमान में यातायात का दबाव सबसे ज्यादा है। यह शहरी क्षेत्र के अलावा ग्रामीण क्षेत्र के संपर्क का सबसे बड़ा साधन है। रपटा पर पूरे समय लोगों की आवाजाही बनी रहती है।ग्रामीण क्षेत्रों से काम की तलाश आने वाले ग्रामीण व श्रमिकों की शाम के बाद वापसी होती है। इसी बीच शासकीय कार्यालयों में कामकाज के बाद कर्मचारियों की वापसी होती है। लिहाजा शाम पांच बजे के बाद से रात आठ बजे तक रपटा से आवाजाही बनी रहती है।चारपहिया व दोपहिया वाहनों की रफ्तार भी कुछ कम नहीं रहती है। भीड़ के कारण अक्सर शाम के वक्त रपटा में जाम की स्थिति भी बनती है। जाम के कारण लोगों को परेशानी का सामना भी करना पड़ता है। शहर से चांटीडीह सरकंडा, मोपका या ग्रामीण क्षेत्र की ओर जाने वालों के लिए इसके अलावा और कोई विकल्प नहीं रहता। हालांकि रिवर व्यू के पास बने फोरलेन ब्रिज एक बड़ा विकल्प है। आमतौर पर चांटीडीह, लिंगियाडीह, सरकंडा या मोपका की मटियारी सीपत और आसपास के गांव के लोग रपटा से ही आना जाना करते हैं। वैसे भी उनके लिए रपटा आमतौर पर सुविधाजनक रास्ता है, क्योंकि आसपास दूसरा कोई और विकल्प नहीं है। अब चूंकी पचरी घाट बैराज के ऊपर बने पुल से लोगों की आवाजाही होगी तो रपटा पर से भी ट्रेफिक का दबाव कम हो जाएगा।
जाम की स्थिति नहीं बनेगी
इंदिरा सेतु में सुबह से लेकर देर रात तक भारी वाहनों की आवाजाही लगी रहती है। इसके चलते दुर्घटना की आशंका भी बनी रहती है। शिव घाट में बैराज के ऊपर ब्रिज बनने से दो पहिया वाहन चालकों के आने-जाने के लिए यह सुरक्षित विकल्प बन जाएगा। इसके चलते इंदिरा सेतु पर यातायात का दबाव भी काफी हद तक कम हो जाएगा ।लोगों की भीड़ छंटने से जाम की स्थिति भी नहीं बनेगी। इंदिरा सेतु में जाम होने पर अब शहर वासियों को एक साथ दो विकल्प मिल जाएगा। फोरलेन ब्रिज के अलावा शिव घाट पर धबने ब्रिज एवं पचरी घाट पर बने ब्रिज से लोग आवाजाही सुविधानुसार कर सकेंगे।
पचरी घाट बैराज में बढ़ेगा दबाव
पचरी घाट बैराज पर बने ब्रिज में आने वाले दिनों में यातायात का दबाव काफी बढ़ने का अनुमान लगाया जा रहा है। लिंगियाडीह से लेकर मोपका और चांटीडीह, बहतराई, खमतराई के लोगों के लिए शहर आने और शहर से वापस जाने के लिए यह सबसे बढ़िया व सुविधाजनक विकल्प होगा। पुल पर यातायात का दबाव बढ़ते ही जूना बिलासपुर की सड़कों पर ट्रैफिक भी इसी अंदाज में बढ़ जाएगा।