छत्तीसगढ़
“310 किलोमीटर रेल परियोजना का सपना : कांग्रेस और भाजपा का विकास का दिखावा”राजनीतिक वादे या ठंडे बस्ते की योजना?”
2014 में स्वीकृत रायपुर-झारसुगुड़ा रेल लाइन की लागत 2163 करोड़ रुपए थी और इसकी डीपीआर 2016 में बनाई गई थी, जो मंत्रालय में धूल खा रही है। छत्तीसगढ़ रेल कार्पोरेशन ने 4900 करोड़ रुपए की लागत और चार साल में निर्माण की योजना बनाई, लेकिन परियोजना अगस्त 2018 के बाद से ठंडे बस्ते में है।
राजनीतिक दल केवल घोषणाओं से जनता को लुभाने में लगे हैं, जबकि ग्रामीण अब भी रेल लाइन के ख्वाब में जी रहे हैं, जो उन्हें व्यवसाय, आवागमन, और रोजगार के बेहतर अवसर प्रदान कर सकती है।