छत्तीसगढ़

रायगढ़ में प्रदर्शन कर रहे ठेकाकर्मियों पर चले लाठी-डंडे:मांगों को लेकर कर रहे थे चक्काजाम, जिंदल प्लांट के गार्ड ने दौड़ा-दौड़ाकर पीटा

रायगढ़ जिले में जिंदल प्लांट के ठेका कर्मचारियों पर प्लांट के कई गार्ड ने लाठी और डंडे चलाए। ठेका कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर चक्काजाम कर रहे थे इसी दौरान उन्हें दौड़ा दौड़ाकर पीटा गया। कर्मचारियों ने प्रबंधन और ठेकेदार पर शोषण का आरोप लगाय है। वहीं प्रबंधन का कहना है कि यह मामला ठेकेदार और कर्मचारियों के बीच का है।

जिंदल स्टील प्लांट के कर्मचारी बुधवार से प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी कड़ी में आज हड़ताली ठेकाकर्मियों ने पतरापाली के आजाद चौक से करीब 2 किलोमीटर लंबा जाम लगा दिया था। यातायात ठप होने और प्लांट का काम प्रभावित होने के बाद प्लांट के सुरक्षागार्ड पहुंच गए और मारपीट की। इसमें एक कर्मचारी के सिर पर गंभीर चोट भी आई है।

रायगढ़ में ठेकाकर्मियों का विरोध-प्रदर्शन।
रायगढ़ में ठेकाकर्मियों का विरोध-प्रदर्शन।

मांगों पर ध्यान नहीं दे रहा प्रबंधन

नाराज ठेका कर्मियों का कहना है कि सालों से उनकी मांगों और सुरक्षा पर न तो जिंदल प्रबंधन और न ही कंपनी के ठेकेदार ध्यान दे रहे हैं। इस वजह से उन्हें मजबूरन सड़क पर उतरना पड़ा है। कर्मियों ने बताया कि कंपनी के ठेकेदार ओवर टाइम करवाकर भी तय दर पर वेतन नहीं दे रहे हैं। इसके लिए कई बार प्रबंधन को पत्र और ज्ञापन दिया गया है, लेकिन किसी तरह की कार्रवाई नहीं की गई।

श्रमिकों का आरोप है कि ठेका कर्मचारियों की सुरक्षा को लेकर भी बड़ी लापरवाही बरती जा रही है। ज्यादातर ठेका मजदूरों को जूते, हेलमेट और सेफ्टी जैकेट भी नहीं दिए गए हैं। दुर्घटना होने पर इलाज भी नहीं कराया जाता। ठेकेदार अपने कर्मचारियों से दुर्व्यवहार करते हैं और उन्हें समय पर वेतन भी नहीं दिया जाता।

गार्ड की ओर से किए गए लाठीचार्ज में एक कर्मचारी का सिर भी फट गया।
गार्ड की ओर से किए गए लाठीचार्ज में एक कर्मचारी का सिर भी फट गया।

प्रबंधन ने कहा, बेहतर सुविधा दे रहे

कर्मचारी सेवाओं के महाप्रबंधक सुधीर राय ने कहा कि, यह मामला ठेकेदारों और ठेका श्रमिकों के बीच का है। जिंदल स्टील एंड पॉवर की ओर से शासन-प्रशासन के तय मानकों का पूरी तरह पालन सुनिश्चित किया जाता रहा है। वर्तमान में भी उन्हें तय दर के अनुरूप ही बेहतर सुविधाएं दी जा रही हैं। उम्मीद है जल्द से जल्द मामले का हल निकल जाएगा।

इन मांगों को लेकर सड़क पर उतरे ठेकाकर्मी

हड़ताली ठेका कर्मियों ने बताया कि उन्हें न्यूनतम वेतन मजदूरी 21,215 रुपए दी जाएं। उनके काम की अवधि 8 घंटे हो, साथ ही हफ्ते में एक दिन छुट्टी भी हो। मांग है कि 4.8% की दर से साल में वेतन वृद्धि की जाए। सभी ठेका कर्मचारियों की आईडी कार्ड में पोस्ट (Designation) लिखा हो। ठेकाकर्मियों को पर्याप्त सुरक्षा साधन दिए जाएं। हमने यह तय किया है कि जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं हो जाती हैं, हम काम नहीं करेंगे।

SDM गगन शर्मा ने मामला हल करने का दिया आश्वासन

वहीं SDM गगन शर्मा ने कहा कि, दोनों पक्षों से बातचीत की जा रही है। आपस में शांतिपूर्ण तरीके से बात करके समस्या का समाधान निकालने की कोशिश हो रही है। जिंदल के एच आर हेड सुधीर राय ने भी इस विवाद को ठेकेदार और श्रमिकों के बीच का बताया। ठेकेदारों से बात करके मामला हल करने की कोशिश की जा रही है।

Related Articles

Back to top button