छत्तीसगढ़बिलासपुर

वैदिक पद्धति से चमत्कार एक नस दबाया और बरसों पुराना दर्द गायब

सुरेश सिंह बैस/बिलासपुर। सत्य यही है कि भारतीय चिकित्सा पद्धति सभी चिकित्सा पद्धतियों का आधार रही है और इसमें ऐसे ऐसे चमत्कारी प्रभाव है जो आज भी हैरान करते हैं। केवल नाड़ी से रोगों का पता लगा लिया जाता है, तो वही शरीर के किसी विशेष बिंदुओं पर केवल दबाव डालकर ही असाध्य रोगों का भी इलाज संभव है। बस आपको किसी कुशल और विशेषज्ञ चिकित्सक को ढूंढ निकालना भर है।डॉक्टर सुदीप श्रीवास्तव भी ऐसे ही विलक्षण चिकित्सक है जो निरोगधाम श्री सेवा संस्थान के माध्यम से असाध्य रोगों का चुटकियों में इलाज करते हैं।जबलपुर के डॉक्टर सुदीप श्रीवास्तव की सेवा आप नगर में भी प्राप्त कर सकते हैं। नगर का सौभाग्य है कि हर रविवार दोपहर बाद वे नगर में साइंस कॉलेज के सामने सीपत रोड होम एट द रेट होम शॉप के बगल वाली गली में उपलब्ध रहते हैं। छत्तीसगढ़ वाच से चर्चा करते हुए डॉक्टर सुदीप श्रीवास्तव ने बताया कि प्राचीन भारत में ऐसे ही कई अनोखी चिकित्सा पद्धति रही है। प्राचीन ऋषि मुनि बिना किसी एक्सरे और मशीनों के शरीर के एक-एक तंत्रिका तंत्र के बारे में विशेषज्ञता रखते थे, जिनके लिखे हुए ग्रंथो में आज भी ऐसे असाध्य रोगों का इलाज संभव है, जिनका इलाज एलोपैथी में भी नहीं हो पाता। उन्होंने बताया कि गठिया, अर्थराइटिस, लिगामेंट इंजरी जबड़े के ने खुल पाना, नर्व कंप्रेशन, न्यूरोपैथी रेडीक्लियोपेथि, हाथ और पैर का तिरछा पन, कान में सिटी बजना, पुरानी चोट और जोड़ों काअकड़न, रीड की हड्डी का तिरछापन, डिस्क प्रॉब्लम, पैरों में झुनझुनी और भारीपन, घुटने का दर्द, माइग्रेन चेहरे और शरीर का लकवा, चलते-चलते लचक आना, साइटिका या वेरीकोज वेन्स, एडी का दर्द, कंधा या कुल्हा पिंडली का दर्द, अंगों का फड़कना, थायराइड, बच्चों के भी रोग शारीरिक कमजोरी, एड़ी उठाकर चलना, पैर और हाथों का तिरछापन, कम सुनाई, कम दिखना, विलंब से शारीरिक विकास होना, सेलिबल पाल्सी, ऑटिज्म स्पीच प्रॉब्लम अत्यधिक लार बहना, अति चंचलता, भेंगापन, आंखों का नंबर जल्दी-जल्दी बदलना तोतलापन या नहीं बोल पाना ऐसे सभी रोगों का इलाज वे आयुर्वेदिक औषधियां या फिर केवल शरीर के कुछ विशेष हिस्सों पर एक खास तरह का दबाव डालकर करते हैं। यही कारण है कि कई असाध्य रोगों से पीड़ित हर रविवार उनके समक्ष हाजिर हो जाते हैं। बेहद मामूली सेवा शुल्क लेकर डॉक्टर सुदीप श्रीवास्तव उन मरीजों की सेवा कर रहे हैं जो सालों से किसी न किसी असाध्य रोग से पीड़ित है।सेवा लेने वालों ने बताया कि पहले ही सिटिंग में उन्हें काफी राहत मिली है। दो से तीन सिटिंग में बीमारी जड़ से खत्म होने का दावा डॉक्टर सुदीप श्रीवास्तव ने किया है। मानव सेवा के लिए समर्पित निरोगधाम श्री सेवा संस्थान के माध्यम से चिकित्सकों का एक पूरा समूह इस तरह भारतीय पारंपरिक चिकित्सा पद्धति से मरीजों का इलाज कर रहा है। डॉक्टर सुदीप श्रीवास्तव भी उनमें से एक है। अच्छी बात यह है कि वे जबलपुर से हर रविवार को बिलासपुर कुछ घंटे के लिए अपनी सेवा देने आते हैं। जिससे कि मरीजों को लंबी यात्रा कर उन तक नहीं जाना पड़ता। जो भी मरीज डॉक्टर सुदीप श्रीवास्तव से सेवा लेना चाहते हैं वे उनसे उनके मोबाइल नंबर 6264 686819 पर संपर्क कर सकते हैं। बताया जा रहा है कि वे हर रविवार दोपहर 12:00 बजे से शाम 7:00 बजे तक नगर में उपलब्ध रहते हैं। अगर आप भी किसी असाध्य रोग से पीड़ित है तो एक बार उनसे संपर्क कर सकते हैं। उनकी औषधि हो या फिर उनकी चिकित्सा पद्धति, दोनों को लेकर इतना तो निश्चित है कि इससे कोई साइड इफेक्ट नहीं होगा। अगर आप ठीक ना भी हुए तो भी आपकी बीमारी बिगड़ेगी नहीं। वैसे अधिकांश मरीजों का यह मानना है कि वे इस चिकित्सा पद्धति से बहुत जल्दी ठीक हो रहे हैं। ऐसे ही चमत्कारों से साक्षात होने वालों की संख्या बहुत है।

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