कम्प्यूटर ऑपरेटर की गलती का खामियाजा:किसान नहीं बेच पा रहा अपना धान, कलेक्टर से मांगी मदद; 31 जनवरी को खरीदी की आखिरी तारीख
सक्ती जिले में सरकारी अधिकारियों की गलती का खामियाजा कुछ किसानों को भुगतना पड़ रहा है। ऐसा ही एक किसान उमाशंकर पटेल है, जो कम्प्यूटर ऑपरेटर की गलती के चलते अपना धान नहीं बेच पा रहा है और अब दफ्तरों के चक्कर काटने को मजबूर है।
उमाशंकर ने बताया कि कम्प्यूटर ऑपरेटर ने गलत अकाउंट नंबर का रजिस्ट्रेशन कर दिया है, जिसके कारण उसका धान नहीं बिक पा रहा। किसान ने बताया कि गलती सुधारने के लिए उसने भ्रष्ट सिस्टम के कर्मचारियों को रिश्वत भी दी, लेकिन उसका न तो उसका पंजीयन सुधरा और न कोई और विकल्प उसे दिया गया।
समर्थन मूल्य पर धान बेचने की आखिरी तारीख 31 जनवरी
समर्थन मूल्य पर धान बेचने की आखिरी तारीख 31 जनवरी है, लेकिन अब किसान को अपना धान नहीं बिकने का डर सता रहा है। लिहाजा किसान ने कलेक्टर के पास आकर मदद की गुहार लगाई है। उमाशंकर का कहना है कि अगर उसका धान अंतिम समय में नहीं बिका, तो उसे काफी नुकसान होगा और उसके सामने जीवनयापन का संकट खड़ा हो जाएगा। किसान ने बताया कि उसने मार्केट से भी कुछ उधार ले रखा है, जिसे वो नहीं चुका पाएगा।
कलेक्टर से कम्प्यूटर ऑपरेटर और ग्राम सेवक की शिकायत
किसान उमाशंकर पटेल ने कलेक्टर से ग्राम सेवक और कम्प्यूटर ऑपरेटर की लिखित शिकायत भी की है। उसने अपनी शिकायत में लिखा है कि उसका पंजीयन झालरौंदा आमापाली सोसायटी में किसान कोड TF6908102313978 से पंजीकृत है।