मंत्री कवासी लखमा ने महिलाओं को बांटी साड़ियां : पूर्व मंत्री ने कहा- विधानसभा में इनकी स्थिति खराब, इसलिए कपड़े बांटकर खरीद रहे वोट
छत्तीसगढ़ के आबकारी मंत्री कवासी लखमा का एक वीडियो सामने आया है। इस वीडियो में वे एक गांव में ग्रामीण महिलाओं को साड़ी और पुरुषों को लुंगी और बनियान बांटते नजर आ रहे हैं। चुनाव से पहले कवासी लखमा का यह वायरल वीडियो कई सवाल भी खड़े कर रहा है। इसपर विपक्ष ने भी तंज कसा है। पूर्व कैबिनेट मंत्री महेश गागड़ा ने कहा कि, मंत्री लखमा की अपने विधानसभा क्षेत्र में स्थिति ठीक नहीं है। इसलिए वे ग्रामीणों को कपड़े बांटकर वोट खरीदने की कोशिश कर रहे हैं।
छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव को अब केवल चंद महीने ही बचे हुए हैं। ऐसे में कांग्रेस और भाजपा के नेता अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र का लगातार दौरा कर रहे हैं। जनता के बीच अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए जुटे हुए हैं। आबकारी मंत्री कवासी लखमा भी पिछले कुछ दिनों से अपने कोंटा विधानसभा क्षेत्र के अंदरूनी गांव तक जा रहे हैं। गांव-गांव में बैठकर ले रहे हैं। बताया जा रहा है कि पिछले कुछ दिनों के अंदर का कवासी लखमा ने पिडमेल, भेज्जी, किस्टाराम, रामराम समेत अन्य गांवों का दौरा किया था।
इन्हीं में से कुछ गांव के ग्रामीणों के बीच पहुंच कर उन्होंने चौपाल लगाई थी। वे अपने साथ भारी संख्या में साड़ी, लुंगी भी लेकर गए थे। लोगों से बातचीत करने के बाद कवासी लखमा ने गांव की महिलाओं को साड़ी बांटी। साथ ही पुरुषों को लुंगी और बनियान दिए थे। इस दौरान वहां पास में ही मौजूद कुछ लोगों ने वीडियो बना लिया था। अब यह वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।
हालांकि कुछ लोगों ने इसे कवासी लखमा का जनता के लिए प्यार होना बताया है, तो कुछ ने इसे चुनाव से जोड़ दिया है। भाजपा ने भी इसे मुद्दा बना लिया और कवासी लखमा पर कपड़े बांट कर वोट खरीदने का आरोप लगा दिया है।
महेश गागड़ा ने कसा तंज
छत्तीसगढ़ के पूर्व कैबिनेट मंत्री महेश गागड़ा ने कहा कि कवासी लखमा अपने कोंटा विधानसभा क्षेत्र में कपड़े बांटकर वोट खरीदने का काम कर रहे हैं। मंत्री जानते हैं कि उनकी स्थिति उनके विधानसभा क्षेत्र में काफी खराब है। वे चुनाव जीत नहीं पाएंगे। जनता उनसे नाराज है। उन्होंने इलाके के लोगों का भला नहीं किया। अब चुनाव सिर पर है इसलिए कपड़े बांटकर गांव की जनता को लुभाने का प्रयास कर रहे हैं। जनता सब कुछ जानती है। इसका असर चुनाव में जरूर देखने को मिलेगा।