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RTI के माध्यम से होम केयर सेवाओं पर मांगी गई जानकारी, स्वास्थ्य विभाग की जिम्मेदारियों पर उठे सवाल

राहुल सेन/रायपुर, 4 दिसंबर: रायपुर के एक वरिष्ठ पत्रकार ने सूचना का अधिकार अधिनियम (RTI), 2005 के तहत स्वास्थ्य विभाग से होम केयर सेवाओं के संचालन और उनके नियमों के पालन को लेकर जानकारी मांगी है। पत्रकार ने अपने आवेदन में होम केयर सेवाओं की पारदर्शिता, कर्मचारियों के अधिकार और मरीजों की सुरक्षा से जुड़े कई महत्वपूर्ण सवाल उठाए हैं।

आरटीआई में उठाए गए प्रमुख सवाल

1. होम केयर सेवाओं की सूची:
रायपुर में संचालित सभी होम केयर सेवाओं की सूची और इनमें से स्वास्थ्य विभाग से स्वीकृत सेवाओं की जानकारी मांगी गई है।

2. नर्सिंग अधिनियम का पालन:
यह जानने का प्रयास किया गया है कि क्या ये सेवाएं नर्सिंग अधिनियम के प्रावधानों का पालन कर रही हैं। अगर नहीं, तो क्या इन पर कार्रवाई की गई है?

3. कर्मचारियों के लाभ:
आवेदन में पूछा गया है कि क्या होम केयर सेवाओं में कार्यरत कर्मचारियों को प्रोविडेंट फंड (PF) और कर्मचारी राज्य बीमा (ESI) जैसी सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं।

4. मरीज की मृत्यु पर जवाबदेही:
होम केयर सेवाओं के दौरान किसी मरीज की मृत्यु होने पर जिम्मेदारी किसकी होगी? इस पर विभाग के दिशा-निर्देश और पूर्व में ऐसे मामलों में की गई कार्रवाई की जानकारी मांगी गई है।

5. रजिस्ट्रेशन का दायरा:
यह सवाल उठाया गया है कि क्या उद्योग रजिस्ट्रेशन या सोसायटी रजिस्ट्रेशन के अंतर्गत नर्सिंग सेवाएं प्रदान की जा सकती हैं।

सेवाओं की पारदर्शिता पर सवाल
पत्रकार ने होम केयर सेवाओं की गुणवत्ता और संचालन प्रक्रिया पर चिंता जताते हुए स्वास्थ्य विभाग से शीघ्रता से जवाब देने की मांग की है। उनका कहना है कि यदि स्वास्थ्य विभाग के अधिकार क्षेत्र में यह जानकारी नहीं आती है, तो इसे संबंधित विभाग को अग्रेषित किया जाना चाहिए।

मरीजों की सुरक्षा और सुधारात्मक कदम की आवश्यकता
इस आरटीआई आवेदन ने रायपुर में संचालित होम केयर सेवाओं की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। यदि इन सेवाओं में अनियमितताएं पाई जाती हैं, तो यह मरीजों और उनके परिवारों के लिए गंभीर समस्या बन सकती है।

अब देखना यह होगा कि स्वास्थ्य विभाग इस मामले में क्या कदम उठाता है और क्या आवश्यक सुधारात्मक कार्रवाई की जाती है। यह आरटीआई न केवल मरीजों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का प्रयास है, बल्कि स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता को भी बेहतर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।

 

 

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