छत्तीसगढ़

6 कोल डिपो में दो दिनों तक चली छापेमार कार्रवाई:सरगुजा पुलिस और खनिज विभाग ने जांच में पाई अनियमितता, संचालकों को नोटिस जारी

सरगुजा पुलिस और खनिज विभाग की संयुक्त टीम ने बटवाही और सिलसिला गांव में संचालित 6 कोल डिपो में 29 और 30 मार्च को दो दिनों तक छापेमार कार्रवाई की। जांच में कोल डिपो में निर्धारित मापदंड और भंडारण में अनियमितता पाई गई। कोल स्टॉक का रजिस्टर भी मौके पर नहीं मिला। खनिज विभाग ने संचालकों को नोटिस जारी किया है।

जांच के लिए खनिज अधिकारी, पुलिस राजपत्रित अधिकारियों, थाना और चौकी के करीब 50 पुलिस स्टॉफ की 6 अलग-अलग टीम बनाई गई थी। हरिओम ट्रेडिंग कंपनी बटवाही, जय दुर्गा मल्टीट्रेड प्राइवेट लिमिटेड बटवाही, हिन्द यूनिट्रेड प्राइवेट लिमिटेड बटवाही, मेसर्स मारूति मिनरल्स बटवाही और मेसर्स भारत एनर्जी कोल डिपो सिलसिला की जांच की। इन काले डिपो में ऑनलाइन दर्शित मात्रा के अनुसार भौतिक सत्यापन भी किया गया।

कोल डिपो में भंडारित कोयले की जांच।
कोल डिपो में भंडारित कोयले की जांच।

जांच में मिली कई खामियां

संयुक्त टीम की जांच में निर्धारित मापदंड और भंडारण में अनियमितता पाई गई। इसके अलावा वाहनों के ट्रांजिट पास, पर्चियों, रजिस्टरों, मशीनरी और गुणवत्ता का भी सत्यापन किया गया। इस दौरान कोल डिपो संचालकों को ऑनलाइन स्टॉक समेत मशीनरी का रखरखाव सही रखने की हिदायत दी गई।

मशीनों का भी किया गया सत्यापन।
मशीनों का भी किया गया सत्यापन।

संचालकों को खनिज विभाग ने थमाया नोटिस

एडिशनल एसपी अमोलक सिंह ढिल्लो ने बताया कि जांच के बाद सभी कोल डिपो के संचालक को खनिज विभाग ने नोटिस जारी किया है। सभी के खिलाफ खनिज विभाग माइनिंग एक्ट के तहत कार्रवाई कर रही है।

डिपो में लिंकेज और अवैध कोयला खप रहा

सरगुजा में लंबे समय से लिंकेज का कोयला कोल डिपो में खपाया जा रहा है। कुछ कोल डिपो संचालक बाहर की कंपनियों को एलॉट कोयले का डीओ खरीदकर उठाते हैं। डिपो के माध्यम से कोयला दूसरी कंपनियों को बेच दिया जाता है। कुछ कोल डिपो में अवैध कोयला भी खपाया जाता है। जांच में 4 कोल डिपो में स्टॉक की ज्यादा गड़बड़ी मिली है, जिसकी जांच की जा रही है

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