सुरेश सिंह वैस/बिलासपुर। कलेक्टर अवनीश शरण के निर्देश पर वरिष्ठ सरकारी अधिकारी भी अपने कार्यालय की व्यवस्था करने में लग गए हैं। इस क्रम में कलेक्टर अवनीश शरण ने श्रआज जिला अस्पताल का निरीक्षण किया। ग्यारह बजे से विभिन्न कार्यालयों के चौदह अधिकारी कर्मचारी कार्यालय मैं अनुपस्थित थे। सभी चौदह को शोकोज नोटिस जारी किया गया है। उन्हें दो दिनों के भीतर कार्यालय में अनुपस्थित रहने का कारण बताने को कहा गया है। अन्यथा अनुशासनात्मक कार्यवाही की चेतावनी दी गई है।
कलेक्टर अवनीश शरण ने इतनी बड़ी संख्या में एक साथ डॉक्टरों के गैरहाजिरी पर सख्त नाराजगी जाहिर की। बड़ी संख्या में गरीब तबके के मरीज अस्पताल पहुंच गये थे। इलाज कराने डॉक्टरों का इंतजार करते परेशान हो रहे थे। कलेक्टर ने अनुपस्थित सभी डॉक्टरों के एक दिन का वेतन काटने के निर्देश दिए। सिविल सर्जन ने कलेक्टर के निर्देश पर अनुपस्थित सभी डॉक्टरों के एक दिन अवैतनिक करने के आदेश जारी कर दिए हैं। गौरतलब है कि सिविल सर्जन डॉ. अनिल गुप्ता ने भी कई बार इन डॉक्टरों को समय पर उपस्थित होने की चेतावनी एवं ढरें में सुधार लाने की हिदायत दी थी। कलेक्टर के निरीक्षण के दौरान अनुपस्थित डॉक्टरों ने विशेषज्ञ एवं सामान्य दोनों किस्म के डॉक्टर शामिल थे। शासकीय के अलावा एनएचएम के अंतर्गत भर्ती डॉक्टर भी अनुपस्थित पाये गये।जिला अस्पताल के ये 28 डॉक्टर थे, अनुपस्थित, कटेगा 1 दिन का वेतनः-
डॉ. पी.के. मित्रा, डॉ. एस. के. दास, डॉ. नमिता श्रीवास्तव, डॉ. मुग्धा लाडिकर, डॉ. आकांक्षा सिंह, डॉ. जिज्ञासा खन्ना, डॉ. बुधेश्वर सिंह, डॉ. जान्हवी चन्द्रा, डॉ. यश अग्रवाल, डॉ. श्रीमती मंजू करण, डॉ. कमला पटनायक, डॉ. एनएस चंदेल, डॉ. एशांक बंजारे, डॉ. राहुल वर्मा, डॉ. महेन्द्र जायसवाल, डॉ. धर्मेन्द्र रमैया, डॉ, कासिम हसन खान, डॉ. एनके साव, डॉ. रविन्द्र बागड़े, डॉ. वंदना चौधरी, डॉ. मनीष श्रीवास्तव, डॉ. व्हीके मिश्रा, डॉ. रमा घोष, डॉ. दीप्ति जायसवाल, मुख्य रूप से शामिल थे
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