कोदवा की निलंबित सरपंच द्वारा अनर्गल आरोप लगाया जा रहा: एसडीएम बिलाईगढ़
कोदवा के निलंबित सरपंच के विरुद्ध 17.36 लाख रूपए के गबन पर वसूली का नोटिस विगत दिनों जारी
सारंगढ़ बिलाईगढ़, 24 जुलाई 2024/ एसडीएम बिलाईगढ़ के विरूद्ध कोदवा के निलंबित सरपंच ने आरोप लगाया है, जिसका कतिपय मीडिया संस्थानों द्वारा प्रकाशित और प्रचारित किया गया है। इस संबंध में एसडीएम बिलाईगढ़ डॉ. स्निग्धा तिवारी की ओर से खंडन जारी किया गया है, जिसमें उन्होंने कहा कि कोदवा की निलंबित सरपंच दिव्या रत्नाकर द्वारा एसडीएम आफिस आकर सरपंच पद पर बहाल करने के लिए मुझसे बात किया गया तथा मेरे द्वारा बताये जाने पर कि आयुक्त महोदय के आदेश अनुसार यथास्थिति रखा जाना है। अतः बहाली सम्भव नहीं उनके द्वारा मेरे साथ दुर्व्यवहार किया गया। एसडीएम ने बहाली संभव नहीं हो पाने की बात निलंबित कोदवा सरपंच को बतायी, जिसके विरूद्ध में कोदवा के निलंबित सरपंच द्वारा एसडीएम बिलाईगढ़ पर अनर्गल आरोप लगाया जा रहा है।
एसडीएम बिलाईगढ़ के अनुसार ग्रामीणों की शिकायत पर माह फरवरी 2024 में मेरे द्वारा कलेक्टर महोदय के निर्देश पर ग्राम कोदवा का निरीक्षण किया गया, जहां सरपंच द्वारा शासकीय तालाब के पार को काटकर मिट्टी निजी भूमि में डंप करना तथा तालाब किनारे के लगभग 173 पेड़ों की अवैध कटाई किया जाना पाया गया। तत्पश्चात् मेरे द्वारा पंचायतीराज अधिनियम की धारा 39 अंतर्गत कार्यवाही करते हुए दिनाँक 05/02/2024 को सरपंच को निलंबित किया गया। अनुविभागीय अधिकारी राजस्व न्यायालय के आदेश की पुष्टि न्यायालय कलेक्टर के आदेश दिनाँक 10/06/2024 द्वारा भी की गयी।
कलेक्टर महोदय के आदेश के विरुद्ध निलंबित सरपंच कोदवा द्वारा आयुक्त बिलासपुर संभाग के पास पुनरीक्षण प्रस्तुत किया गया। अपर आयुक्त बिलासपुर के आदेश दिनाँक 16/07/2024 में एसडीएम एवं कलेक्टर न्यायालय के उक्त आदेश के क्रियान्वयन पर आगामी सुनवाई तिथि तक रोक लगायी गयी है, जिसकी कॉपी निलंबित सरपंच द्वारा एसडीएम ऑफिस में उपलब्ध कराकर बहाली की मांग की गई, किन्तु उसी दिन सरपंच को मौखिक रूप से एवं लिखित में जानकारी दी गई कि उक्त आदेश का क्रियान्वयन माह फरवरी 2024 में किया जा चुका है तथा इस संबंध में जानकारी आयुक्त कार्यालय बिलासपुर को भी प्रेषित की गयी है। कोदवा के निलंबित सरपंच के विरुद्ध 17.36 लाख रूपए के गबन की रिपोर्ट भी सीईओ जनपद पंचायत बिलाईगढ़ द्वारा दी गई है जिसमें वसूली प्रकरण चल रहा है जिसमें निलंबित सरपंच को विगत दिनों नोटिस जारी किया गया है। उक्त संबंध में भी सरपंच पति द्वारा कार्यालय में आकर दुर्व्यवहार किया गया।