
बताया गया कि ग्राम साकरा के साथ आसपास के लगभग 15 गांवों के लोगों ने एकजुट होकर इस प्रोजेक्ट के विरुद्ध मोर्चा खोल दिया है। ग्राम साकरा में कंपनी के खिलाफ 100% समर्थन के साथ विरोध दर्ज कराया गया, जबकि पूर्व में इसी प्रकार की बोरीवाली स्पॉट परियोजना का भी ग्राम लखना के प्रत्येक नागरिक ने विरोध किया था, और एक भी व्यक्ति ने उसका समर्थन नहीं किया था।
इस ऐतिहासिक जनसहभागिता और ईमानदारी की भावना को देखते हुए, दोनों ग्रामों को एक विशेष सम्मान समारोह में पुरस्कृत किया जाएगा। यह सम्मान समारोह गुरुवार, 27 जून को सुबह 10 बजे ग्राम साकरा में आयोजित जनसुनवाई के विरोध कार्यक्रम के दौरान किया जाएगा।
इस विरोध प्रदर्शन में बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि, सामाजिक संगठन, महिला मोर्चा, मुस्लिम मंच, उपभोक्ता फोरम और पत्रकार संगठनों के पदाधिकारी शामिल होंगे। प्रमुख रूप से उपस्थिति देने वाले नाम इस प्रकार हैं:
मुख्य पदाधिकारी:
मोहन साहू (तहसील अध्यक्ष), जुड़ावन साहू व गोविंद राम कुंवर (महामंत्री), अरविंद नायक (तहसील उपाध्यक्ष), किशोर साहू (मीडिया प्रभारी), डॉ. तखत राम साहू और कृष्ण कांत साहू (जिला महामंत्री), भावेश साहू (शहर अध्यक्ष), फेकू राम साहू (ग्राम लखना), अनिता संतोष वर्मा, कुंज राम यदु, ममता पैकरा (तहसील अध्यक्षगण), शब्बीर अहमद खान और मुन्ना खान (मुस्लिम मंच), अंजलि आलोक कुमार दुबे और दानेश्वरी संतोष नायक (महिला मोर्चा), साथ ही जनक राम जोशी, दारा सिंह जोशी, सरिता मुकेश साहू, भिखू राम साहू, हेमीन साहू, शिव वर्मा, नीरज शर्मा, रामानंद डौंडिया, उत्तम साहू, गोपी साहू, राधा देब नाथ, मुक्ति धृतलहरे, मुकेश बुरड़, प्रवीण प्रचंडे, सिद्धिनाथ देवांगन, आशा देवी साहू, डॉ. मधु दिनेश कुमार नायक, दुर्गेश देवांगन, मुकेश गुप्ता, डॉ. गोपा शर्मा, ताम्रध्वज साहू, महेश साहू, विक्की निषाद और अन्य कई गणमान्य लोग।
कार्यक्रम में राष्ट्रीय उपभोक्ता संरक्षण फोरम और नरेंद्र मोदी विचार मंच के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहेंगे।
यह आयोजन न सिर्फ पर्यावरण और स्थानीय जनहित की रक्षा का प्रतीक है, बल्कि ग्रामीण एकता, पारदर्शिता और ईमानदारी का सशक्त उदाहरण भी प्रस्तुत करता है।