सुरेश सिंह वैस/बिलासपुर। सावन के महीने में जगह-जगह वृक्षारोपण किया जा रहा है। इसी क्रम में इस रविवार को छठ घाट पर पाटलिपुत्र सांस्कृतिक विकास मंच और भोजपुरी समाज द्वारा एक पेड़ मां के नाम के साथ ही नवग्रह वाटिका की स्थापना करते हुए नवग्रहो का प्रतिनिधित्व करने वाले पौधे लगाए गए।भारतीय ज्योतिष शास्त्र के अनुसार किसी भी मनुष्य के भाग्य, जीवन, मृत्यु और सभी कर्मों का निर्धारण नवग्रह करते हैं। इन नौ ग्रहों का प्रतिनिधित्व तरह-तरह के रत्न, धातु, यंत्रों के अलावा पौधे भी करते हैं। क्या आप जानते हैं कि अलग-अलग पौधे अलग- अलग ग्रहों का प्रतिनिधित्व भी करते हैं? मान्यता है कि उचित क्रम और स्थान पर इन्हीं ग्रहों से संबंधित पेड़ लगाने से उस स्थान को नवग्रह वाटिका का दर्जा हासिल होता है। और ऐसी वाटिका न केवल उस स्थान की महत्ता बढ़ाती है, बल्कि जातकों के लिए भी उनकी देखभाल और उपासना शुभकारी होती है। इसी मान्यता के साथ इस रविवार को छठ घाट में पाटलिपुत्र संस्कृति विकास मंच और भोजपुरी समाज द्वारा नवग्रह वाटिका की स्थापना करते हुए उनके प्रतिनिधि पौधे लगाए गए।समाज के सदस्यों ने सूर्य का प्रतिनिधित्व करने वाले आक, चंद्रमा का प्रतिनिधित्व करने वाले पलाश, मंगल का प्रतिनिधित्व करने वाले खैर, बुध का प्रतिनिधित्व करने वाले चिचिड़ा, बृहस्पति ग्रह का प्रतिनिधित्व करने वाले पीपल, शुक्र ग्रह का प्रतिनिधित्व करने वाले गूलर, शनि ग्रह का प्रतिनिधित्व करने वाले शमी, राहु का प्रतिनिधित्व करने वाले दूब और केतु का प्रतिनिधित्व करने वाले कुश के पौधे लगाए।