छत्तीसगढ़बिलासपुर

डकैती की योजना बनाते हुए संदिग्ध हथियारबंद गिरोह को पुलिस ने पकड़ा

सुरेश सिंह वैस/बिलासपुर। पुलिस पकड़ने तो गई थी मामूली अपराधियों को लेकिन उसके हाथ लग गया हथियारबंद गिरोह। ये गिरोह आने वाले दिनों में डकैती की योजना बना रहा था। इसके बाद पुलिस ने डकैतों का जुलूस निकाला। पुलिस इन दिनों ऑपरेशन स्ट्रीट के तहत हथियार रखकर घूमने वाले बदमाशों की धर पकड़ कर रही है। इसी कड़ी में पुलिस के हाथ एक बड़ा गिरोह लगा, जिसके पास बाकायदा पिस्तौल और देसी कट्टा था। और यह गिरोह आने वाले दिनों में एटीएम में डकैती डालने की योजना बना रहा था। मुखबिर से पुलिस को सूचना मिली कि मिनी बस्ती जतिया तालाब सुलभ के पास कुछ लोग बैठकर किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की योजना बना रहे हैं।मौके पर पुलिस पहुंची तो पुलिस को देखकर अपराधी इधर-उधर भागने लगे, लेकिन पुलिस ने दौड़ा कर 11 अपराधियों को पकड़ लिया। सुलभ के आसपास योजना बना रहे इन अपराधियों की तलाशी में उनके पास से एक पिस्टल, 6 देसी कट्टा, दो मैगजीन, 10 जिंदा कारतूस, एक तलवार, चाकू, फरसा और मारुति वेगनर कार भी मिला। पूछताछ में पता चला कि इन लोगों ने भोपाल अवधपुरी में रहने वाले किसी धीरेंद्र सिंह तोमर से यह हथियार खरीदे थे, यह सभी आने वाले दिनों में नेहरू चौक एटीएम में डकैती डालने की योजना बना रहे थे, लेकिन इससे पहले ही पकड़े गए। पुलिस ने इस मामले में मिनी बस्ती में रहने वाले स्वराज कुरें उर्फ कांदा, राज उर्फ बड़े सिदार, मनोज कोसले उर्फ महाराज, दिलीप बंजारे, विक्की बंजारे, सुभाष कुर्रे, रितेश उर्फ़ चिंटू अग्रवाल, अश्विनी रात्रे, विजय तोमर, पृथ्वीराज ठाकुर उर्फ मोनू और सुमित जायसवाल को गिरफ्तार किया है। खास बात यह है कि गिरोह में शामिल सभी पेशेवर अपराधी है और उनके खिलाफ दर्जनों मामले अलग-अलग थाने में दर्ज है।लगातार अपराध को अंजाम देने से इनके हौसले इस कदर बढ़ गए कि ये गिरोह बनाकर बड़े अपराध को अंजाम देने की योजना बना रहे थे, इसलिए पुलिस ने उनका हौसला पस्त करने के लिए सभी 11 अपराधियों का जुलूस निकाला। बिलासा गुड़ी से जिला न्यायालय तक इन्हें पैदल चला कर ले जाया गया। इस घटना ने पुलिस के कान खड़े कर दिए हैं। पुलिस को यह जानकारी मिली है कि छत्तीसगढ़ से सटे राज्यों में आसानी से अवैध हथियार मिल रहे हैं, जिसे यहां के अपराधी खरीद कर बड़े अपराधों को अंजाम देने की योजना बना रहे हैं, यह किसी खतरे की घंटी से कम नहीं है।

Related Articles

Back to top button