छत्तीसगढ़बलौदाबाजार

नेता, प्रशासन मौन, गैस उपभोक्ता परेशान..आखिर चूल्हा कब जलेगा साहेब

ब्लैक में तत्काल घर पहुँच सुविधा और कार्ड वाले लगा रहें चक्कर

शासन-प्रशासन, नेता सोये एसी में और उपभोक्ता खड़ा धधकती गर्मी में अपने घर का चूल्हा जलाने इंडेन गैस एजेंसी की लाईन में

मिथलेश वर्मा/बलौदा बाजार/जिला मुख्यालय में नवतपा शुरू गर्मी बढ़ गई फिर भी बलौदाबाजार नगर में इंडेन गैस सिलेंडर उपभोक्ता परेशान है, आम उपभोक्ताओं में इन दिनों काफी नाराजगी दिख रही है l गैस संचालक की बढ़ती मनमानी के चलते आम उपभोक्ताओं में शासन-प्रशासन के प्रति रोष दिखाई दे रहा है, आक्रोशित उपभोक्ताओं का मानना है कि “शासन-प्रशासन, नेता सोये एसी में और उपभोक्ता खड़ा धधकती गर्मी में अपने घर का चूल्हा जलाने इंडेन गैस एजेंसी की लाईन में,, नगर के फेसबुक आदि में कई दिनों से संबंधित एजेंसी संचालक के विरुद्ध पोस्ट, टिप्पणियां बढ़ती जा रही चूंकि आम उपभोक्ताओं द्वारा 15-20 दिनों से ऑनलाइन बुकिंग कर भुगतान एडवांस जमा करने के बावजूद लोगों को गैस सिलेंडर समय पर नहीं मिल रहा, इसी कड़ी में 12 मई को भुगतान कर चुकी मोहनी गनशानी ने बताया कि अब तक उन्हें गैस सिलेंडर अप्राप्त है हमेशा की यही स्थिति निर्मित होती है, सूत्रों की माने तो इस प्रकार की मनमानी से अन्य कई उपभोक्ता भी परेशान है, यहां कई जनप्रतिनिधि, अधिकारी बदले गये किन्तु सिलेंडर सप्लाई के मनमाने रवैय्ये को नहीं बदल पाये, मुख्यालय के नेता एवं अधिकारीगणों को आसानी से घर पहुँच रहा गैस सिलेंडर इसलिए प्रतीत होता है कि इन्हे आम लोगों को परेशान देखने में मजा आ रहा l

एजेंसी के कर्मचारी उचित व्यवहार नहीं करते हैं। जिससे उपभोक्ताओं में काफी निराशा, मायूसी देखने को मिलती है। एजेंसी में नियुक्त कर्मचारियों के व्यवहार से उपभोक्ता काफी परेशान हैं। सूत्रों की माने तो कड़कती धूप में जो उपभोक्ता लाईन में लगकर रसीद कटवा रहें है उनसे भी घर पहुंच राशि ली जा रही है एवं जो व्यक्ति ऑनलाईन बुकिंग कराये है उन्हें समय पर होम डिलीवरी नहीं दी जाती। इससे परेशान उपभोक्ता ने एजेंसी के प्रतिनिधि को कई बार फोन कर एवं व्हाट्सएप पर डिलीवरी देने हेतु अनुरोध जाता है किंतु कोई सुनवाई नहीं होती वही एजेंसी से बाहर ब्लैक में अतिरिक्त राशि देकर सिलेंडर लिया जाता है तो घर पहुंच सेवा मिल रही है l उपभोक्ताओं को हो रही उक्त परेशानी की जानकारी जिले के आला अधिकारिओं और नेताओं को भी है किन्तु सभी मौनी बाबा बन कर एसी का मजा ले रहें है जिससे प्रतीत होता है कि सांठ-गांठ अथवा उच्च राजनीतिक दबाव के चलते हरी झंडी दी गई l

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