प्रेम आर्य ने भाजपा से बिलासपुर लोकसभा टिकट के लिए किया दावा
सुरेश सिंह बैस/बिलासपुर। लोकसभा चुनाव की उल्टी गिनती बस शुरू ही होने वाली है। वइसलिए राजनीतिक जगत में इस चुनाव की तैयारी शुरू हो चुकी है । उम्मीदवारों ने भी अपने-अपने भाग्य आजमाने शुरू कर दिये है। हालांकि उम्मीदवारों के सामने चुनौतियां भी है। भाजपा नेताओं के लिए तो जीत हार शायद ही कोई हो, क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करिश्माई व्यक्तित्व और अयोध्या में रामलला मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के बाद तो भाजपा की बम्पर जीत सुनिश्चित दिख रही है। उम्मीदवारों को भी पता है कि जिसे भाजपा का टिकट मिलेगा, उसकी नैय्या तो मोदी नाम से ही पार हो जाएगी। इसलिए असली चुनौती टिकट हासिल करने को लेकर ही है। छत्तीसगढ़ के सभी ग्यारह लोकसभा सीटों पर भाजपा इस बार जीत के दावे कर रही है। वैसे भी छत्तीसगढ़ में भाजपा का दबदबा रहा है। पिछले चुनाव में ग्यारह में से नौ सीट भाजपा के खाते में गए थे । कोरबा और बस्तर सीट को भी इस बार समेटने की तैयारी है। वही परंपरागत रूप से बिलासपुर लोकसभा सीट भाजपा के लिए मुफीद रही है। बिलासपुर लोकसभा में भाजपा की सुनिश्चित जीत को देखते हुए उम्मीदवारों की लंबी फेहरिस्त सामने आई है। दो दिन पहले बिलासपुर पहुंचे पर्यवेक्षकों के सामने पचास से अधिक आवेदन सामने आए, जिनमे कई पुराने तो कुछ नए नाम शामिल हैं। जीत की प्रबल संभावना को देखकर नए-नए नाम सामने आ रहे हैं, जिनमें कई धुरंधर तो कुछ बिल्कुल नये नवेले चेहरे हैं। बिलासपुर लोकसभा सीट से विगत कुछ वर्षों से ओबीसी उम्मीदवार को अवसर दिया जा रहा है, तो वहीं पुन्नूलाल मोहले, लखनलाल साहू और अरुण साव के रूप से मुंगेली के उम्मीदवार को प्राथमिकता दी गई। बिलासपुर लोकसभा सीट में केवल दो ही विधानसभा मुंगेली जिले से शामिल है, इसके बावजूद मुंगेली के उम्मीदवार को लोकसभा चुनाव में टिकट देना परंपरा बन चुकी है। यही वजह है कि इस बार भी मुंगेली से ही बिलासपुर लोकसभा सीट के लिए उम्मीदवार चुने जाने की संभावना जताई जा रही है। इसलिए कई नाम सामने उभर कर आए हैं।