विशेष रपट
सुरेश सिंह बैस/बिलासपुर। शहर में स्वाइन फ्लू का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है और स्थिति चिंताजनक होती जा रही है। पिछले बीस दिनों में 155 मरीजों की पुष्टि हो चुकी है, जिसमें से दस लोगों की मौत हो चुकी है। स्वास्थ्य विभाग ने इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए कुछ उपाय शुरू किए हैं, लेकिन यह प्रयास अभी भी पर्याप्त नहीं दिख रहे हैं।
रोकथाम के लिए तेजी से प्रयास जरूरी
जिले में स्वाइन फ्लू (एन 1 एच1 वायरस) की बढ़ती संख्या को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने नियंत्रण के लिए कुछ कदम उठाए हैं, लेकिन वायरस के प्रसार को रोकने के लिए और भी प्रभावी कार्रवाई की आवश्यकता है। गली-मोहल्लों और गांवों में जन- जागरूकता के लिए मुनादी करने की जरूरत है, ताकि लोग इस बीमारी की गंभीरता को समझें और बचाव के तरीकों को अपनाएं।स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया है कि आम जनता को जागरूक करना, भीड़भाड़ वाली जगहों पर सावधानी बरतना, और नियमित मेडिकल बुलेटिन जारी करना जरूरी हो गया है। इस बीच, नगर के नागरिकों से अपील की जा रही है कि वे पूरी सावधानी बरतें और सरकारी दिशा-निर्देशों का पालन करें।
20 दिन में 155 मरीज, 10 की मौत
पिछले 20 दिनों में जिले में 155 स्वाइन फ्लू के नए मामले दर्ज किए गए हैं। इनमें से अब तक 10 लोगों की मौत हो चुकी है। पिछले गुरुवार को तीन और मरीजों की पुष्टि हुई, जिससे स्थिति और गंभीर होती जा रही है। मौजूदा समय में 47 मरीजों का इलाज अस्पतालों में चल रहा है, जिनमें से 12 से ज्यादा मरीजों की हालत नाजुक है। उसलापुर स्थित सागर दीप अपार्टमेंट निवासी 69 वर्षीय महिला को बीते 1 अगस्त को अपोलो हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था तब महिला में स्वाइन फ्लू के लक्षण मिले उनका एन1 एन1 टेस्ट किया गया। इसमें उसके स्वाइन फ्लू से संक्रमित होने की पुष्टि हुई। फिर इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
स्वाइन फ्लू से बचने के उपाय
स्वाइन फ्लू एक संक्रामक बीमारी है, जो आसानी से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैल सकती है। इसलिए, स्वास्थ्य विभाग ने जनता के लिए कुछ जरूरी सुझाव दिए हैं:1. सफाईः अपने आसपास साफ-सफाई रखें और स्वच्छता का ध्यान रखें।2. मास्क पहनेंः भीड़भाड़ वाली जगहों पर मास्क पहनना अनिवार्य है, ताकि वायरस के संक्रमण से बचा जा सके।3. हाथ धोएं: नियमित रूप से साबुन से हाथ धोएं, विशेष रूप से खाने से पहले और किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने के बाद।4. डॉक्टर से संपर्क करें: यदि आपको बुखार, खांसी, गले में खराश, शरीर में दर्द, थकान या उल्टी-दस्त जैसे लक्षण दिखें, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
स्वाइन फ्लू के लक्षण
स्वाइन फ्लू के लक्षण सामान्य फ्लू से मिलते-जुलते हो सकते हैं, लेकिन इसमें बुखार, खांसी, गले में खराश, शरीर में दर्द, थकान, और कुछ मामलों में उल्टी और दस्त भी शामिल होते हैं। यदि किसी को ये लक्षण नजर आते हैं, तो समय रहते डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है, ताकि स्थिति गंभीर न हो।
नगर में स्वाइन फ्लू का संक्रमण तेजी से फैल रहा है, और इससे निपटने के लिए तत्काल कदम उठाना जरूरी है। स्वास्थ्य विभाग की सलाह और सावधानियों का पालन करके ही इस महामारी को रोका जा सकता है। जागरूकता, सतर्कता और उचित चिकित्सा ही इस समय की सबसे बड़ी जरूरत है।
– स्वाइन फ्लू संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी कर दिया है। स्वाइन फ्लू के लक्षण वाले मरीजों की जांच को प्राथमिकता दी जा रही है और सभी संबंधित क्षेत्रों में सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं।
– डा प्रमोद तिवारी- जिला स्वास्थ्य अधिकारी बिलासपुर