
पंडाल की विशेषता यह रही कि सामने का गेट दिल्ली के अक्षरधाम मंदिर की तर्ज पर हूबहू तैयार किया गया है, जिसे कोलकाता के कारीगरों ने एक माह के निरंतर परिश्रम से निर्मित किया। वहीं, माना बाजार सार्वजनिक दुर्गा पूजा समिति का पंडाल पश्चिम बंगाल के प्रसिद्ध दक्षिणेश्वर काली मंदिर के स्वरूप में सजाया गया है।
मूर्ति निर्माण में स्थानीय कलाकारों की उत्कृष्ट कला झलक रही है। पांच दिन तक चलने वाले इस आयोजन में लाखों श्रद्धालु पूरे भारतवर्ष और छत्तीसगढ़ के विभिन्न हिस्सों से दर्शन और मेले का आनंद लेने आते हैं। धार्मिक आस्था और सांस्कृतिक उल्लास का संगम बन चुका माना कैंप दुर्गा पूजा प्रदेश ही नहीं, देश के प्रमुख आकर्षणों में शुमार हो गया है।