राष्ट्र निर्माण में समर्पित रवि चाणक्य: नरेंद्र मोदी विचार मंच के माध्यम से घर-घर पहुंचा रहे राष्ट्रवाद का संदेश
रायपुर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की प्रेरणा से राष्ट्रसेवा को जीवन का ध्येय बना चुके रवि चाणक्य, नरेंद्र मोदी विचार मंच के मुख्य संरक्षक एवं संयोजक हैं। अविवाहित रहकर अखंड भारत में सतत प्रवास कर रहे चाणक्य जी अपने संकल्प, संयम और समर्पण के लिए जाने जाते हैं। उनका समूचा जीवन भारत माता के चरणों में अर्पित है।
रवि चाणक्य का लक्ष्य स्पष्ट है – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की राष्ट्रहितकारी योजनाओं को अंतिम पंक्ति के नागरिक तक पहुँचाना। उनका मानना है कि राष्ट्र का उत्थान तभी संभव है जब राष्ट्रवादी शक्तियाँ संगठित होकर कार्य करें और राष्ट्रविरोधी ताकतों का एकजुट होकर विरोध करें।
इसी उद्देश्य से नरेंद्र मोदी विचार मंच के तहत 28 अनुशांगिक संगठनों की स्थापना की गई है, जो देश के 500 से अधिक जिलों में सक्रिय हैं। हर संगठन में राष्ट्रीय स्तर से लेकर जिला स्तर तक जिम्मेदार पदाधिकारियों की नियुक्ति की गई है — जिनमें राष्ट्रीय अध्यक्ष, संगठन मंत्री, महामंत्री, प्रदेश अध्यक्ष व जिला अध्यक्ष शामिल हैं — जो योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन को सुनिश्चित करते हैं।
इन संगठनों के कार्यकर्ताओं को प्रधानमंत्री की योजनाओं के सफल संचालन हेतु प्रशिक्षण प्रदान किया गया है। वे न केवल स्थानीय स्तर पर योजनाओं की निगरानी करते हैं, बल्कि जनप्रतिनिधियों के कार्यों का मूल्यांकन कर रिपोर्ट सीधे प्रधानमंत्री कार्यालय तक पहुंचाते हैं। मंच की रिपोर्टिंग प्रणाली पूरी तरह पारदर्शी और परिणाममुखी है, जो राज्य इकाइयों से केंद्रीय कार्यकारिणी और वहाँ से प्रधानमंत्री कार्यालय तक जुड़ी हुई है।
यह पूरा अभियान न किसी राजनीतिक दल से प्रेरित है, न किसी निजी लाभ से संचालित, इसका एकमात्र ध्येय है — भारत को पुनः विश्वगुरु बनाना और नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में राष्ट्रभक्ति के संकल्प को धरातल पर उतारना।
रायपुर में विशेष बैठक: रणनीतिक चर्चा और मार्गदर्शन
हाल ही में रायपुर में नरेंद्र मोदी विचार मंच के अनुशांगिक संगठन राष्ट्रीय पर्यावरण एवं खनिज संरक्षण मंच के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी एच.डी. महंत की आदरणीय रवि चाणक्य जी से विशेष भेंट हुई। इस अवसर पर संगठनात्मक गतिविधियों की समीक्षा, भावी योजनाओं की रणनीति और राष्ट्र निर्माण में मीडिया की भूमिका को लेकर व्यापक चर्चा हुई।
रवि चाणक्य जी ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि — “राष्ट्रसेवा एक पवित्र तपस्या है। इसे निष्कलंक भाव से जीवन का ध्येय बनाकर ही सच्चे अर्थों में भारत माता की सेवा की जा सकती है।”उन्होंने कार्यकर्ताओं को प्रेरित किया कि हर कार्य राष्ट्रहित में हो, ईमानदारी और निष्ठा के साथ हो, और हर योजना जनमानस तक पहुँचे।