
रायपुर/नक्सल संगठन के कुख्यात कमांडर माड़वी हिडमा के मारे जाने के बाद छत्तीसगढ़ की राजनीति में नया विवाद उभर आया है। यूथ कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रीति मांझी द्वारा सोशल मीडिया पर “लाल सलाम कामरेड हिड़मा” लिखकर मृत नक्सली को श्रद्धांजलि देने के बाद मामला गर्मा गया है। यह वही हिडमा है, जिसे सुरक्षा एजेंसियां झीरम घाटी नरसंहार सहित बस्तर में हुए 26 से अधिक बड़े नक्सली हमलों का मास्टरमाइंड मानती रही हैं। झीरम कांड में कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं की जान गई थी, इसलिए यह मुद्दा पार्टी के भीतर भी अत्यंत संवेदनशील माना जाता है।
इसी बीच छत्तीसगढ़ प्रदेश युवा कांग्रेस के अध्यक्ष आकाश शर्मा ने वीडियो जारी कर हिडमा को खूंखार, खूनी हत्यारा और आदिवासियों का शोषण करने वाला बताया। उन्होंने कहा कि हिडमा ने न केवल गरीब आदिवासियों की हत्या की, बल्कि मानवता को भी कुचला। शर्मा ने कहा कि ऐसे अपराधी का समर्थन करना लोकतंत्र और मानवता के खिलाफ है। उन्होंने यह भी कहा कि नक्सलवाद का दर्द कांग्रेस ने सबसे ज्यादा झेला है और झीरमघाटी की घटना इसका सबसे बड़ा प्रमाण है, जिसमें हिडमा की भूमिका बताई जाती रही है।
आकाश शर्मा ने हिडमा के मारे जाने पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि उससे ज्यादा खुश कोई नहीं हो सकता। उन्होंने उन जवानों को धन्यवाद और बधाई दी जिन्होंने इस खूंखार नक्सली को ढेर किया। उन्होंने जोर देकर कहा कि युवा कांग्रेस पूरी तरह से सैनिकों और सुरक्षा बलों के साथ खड़ी है और आगे भी हमेशा उनका साथ देती रहेगी।
प्रीति मांझी की पोस्ट के बाद पार्टी में असहमति और राजनीतिक हलकों में तीखी प्रतिक्रियाएँ जारी हैं, जिससे मामला और अधिक तूल पकड़ता जा रहा है।






