सुरेश सिंह बैस/बिलासपुर । सरकंडा थाने में पदस्थ हवलदार की खुदकुशी के मामले पर पूर्व विधायक शैलेश पांडे ने सरकार पर हमले किए हैं। उन्होंने इस मुद्दे पर गृह मंत्री विजय शर्मा से सवाल करते हुए कहा कि आखिर एक आदिवासी वर्ग से आने वाले हवलदार की मौत पर सरकार क्यों खामोश है। उन्होंने पुलिस अधिकारियों की प्रताड़ना से हवलदार की मौत होने का आरोप लगाया है। उन्होंने आईपीएस राहुल शर्मा खुदकुशी मामले का भी काफी जिक्र करते हुए कहा कि अब तक उस मामले का भी खुलासा नहीं हुआ। हवलदार लखन मेश्राम की आत्महत्या के पीछे विभागीय अधिकारियों द्वारा प्रताड़ित करने का आरोप शैलेश पांडे ने लगाया है। उन्होंने कहा कि पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को भारी दबाव में काम करना पड़ता है, जो कई मर्तबा जानलेवा भी साबित होता है। उन्होंने आदिवासी मुख्यमंत्री बनाए जाने पर भाजपा द्वारा क्रेडिट लेने के सापेक्ष आदिवासी हवलदार की खुदकुशी के मामले में भाजपा की उदासीनता पर सवाल खड़े किए हैं। साथ ही उन्होंने दोषी अधिकारियों पर कार्यवाही की भी मांग की है। पूर्व विधायक ने कहा कि हर खुदकुशी करने वाले का एक कातिल जरूर होता है। जहां उन्होंने हवलदार के आदिवासी होने को मुद्दा बनाने का प्रयास किया तो वही एक दिन पहले उन्होंने ब्राह्मण सम्मान समारोह के बहाने ब्राह्मण वोट बैंक के ध्रुवीकरण का भी प्रयास किया। शैलेश पांडे ने यह आरोप लगाया कि भाजपा ब्राह्मण को महत्व नहीं दे रही है लेकिन कांग्रेस ब्राह्मण का सम्मान कर रही है, जबकि बहुसंख्यक ब्राह्मण भाजपा के कोर वोट बैंक है।