रायपुर, 22 जून 2025, राजधानी रायपुर आज एक ऐतिहासिक और गौरवपूर्ण क्षण का साक्षी बना, जब नरेंद्र मोदी विचार मंच ने पूरे उत्साह और गरिमा के साथ अपना 22वां स्थापना दिवस मनाया। मंच की नींव 22 जून 2004 को राष्ट्रभक्ति, सुशासन और जनकल्याण के मूल सिद्धांतों पर रखी गई थी। तब से लेकर आज तक, मंच देश के विकास, सामाजिक चेतना और वैचारिक नवाचार की दिशा में सक्रिय भूमिका निभा रहा है।
प्रभात वेला से ही रायपुर शहर के प्रमुख मार्गों पर राष्ट्रभक्ति के गीतों की गूंज,तिरंगे और पोस्टरों से सजी गाड़ियाँ, तथा हजारों कार्यकर्ताओं की जोशीली उपस्थिति माहौल को विशेष बना रही थी। यह दिन सिर्फ मंच का स्थापना दिवस नहीं था, बल्कि वह दिन था जब रायपुर ने एक जीवंत लोकतांत्रिक ऊर्जा को महसूस किया।
इस भव्य आयोजन की अगुवाई मंच के प्रदेश अध्यक्ष नीरज पांडे,राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. राकेश मिश्रा,राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राजकुमार शर्मा,राष्ट्रीय महामंत्री डोमार साहू,राष्ट्रीय सलाहकार रामदयाल उइके,राष्ट्रीय पर्यावरण एवं खनिज संरक्षण मंच के
राष्ट्रीय सचिव प्रकाश शर्मा , राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी एच.डी. महंत, तथा के के वर्मा प्रदेश अध्यक्ष कर रहे थे। इसके अतिरिक्त मंच के युवा मोर्चा,महिला मोर्चा, एवं अनुशांगिक संगठनों के प्रतिनिधियों की भागीदारी ने आयोजन को और भी सशक्त बना दिया।
कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण रही 500 गाड़ियों की भव्य राष्ट्रभक्तिपूर्ण कार रैली,जो राम मंदिर चौक (VIP चौक)से प्रारंभ होकर BTI ग्राउंड तक शहर के 20 से अधिक प्रमुख चौकों से गुजरी। रैली का मार्ग था – तेलीबांधा चौक, घड़ी चौक, प्रेस क्लब, महिला थाना, कालीबाड़ी, बूढ़ा तालाब, पुरानी बस्ती, लाखे नगर, NIT, कोटा रोड, मारुति लाइफस्टाइल, गुडियारी, भारत माता चौक, भनपुरी रोड, फाफाडीह, मेकाहारा, पंडरी, लोधीपारा, शंकर नगर होते हुए समापन स्थल तक पहुंचा। शहरभर में नागरिकों ने तिरंगे लहराकर, पुष्पवर्षा करके और भारत माता की जय के नारों से रैली का अभिनंदन किया।
इस आयोजन में मंच के अनुशांगिक संगठनों से अमरनाथ सोनी,अंजनी शर्मा,टंकेश्वर चंद्रा,कपिल दीक्षित,मिथुन मंडल,डॉ सुनील के ओझा, रामचंद्र देवांगन पूर्व सैनिक,शीतल साहू, डॉ कुंदन शर्मा,गोस्वामी जी,पंकज शर्मा ,अनिरुद्ध पांडेय, हेमंत गोयल तथा अमित परगनिया ने भी सक्रिय भूमिका निभाई।महिला मोर्चा की उपाध्यक्ष श्रीमती उमेश्वरी गोस्वामी और अखिल भारत हिंदू महासभा के उपाध्यक्ष धनेशपूरी गोस्वामी की गरिमामयी उपस्थिति ने आयोजन को और अधिक सशक्त और समावेशी बनाया।
समापन समारोह में वक्ताओं ने मंच की 22 वर्षों की राष्ट्रसेवा, सामाजिक सक्रियता और वैचारिक प्रतिबद्धता को याद करते हुए कहा कि यह मंच न केवल एक संगठन है, बल्कि नए भारत के निर्माण की विचार शक्ति है। भविष्य में मंच का उद्देश्य रहेगा —डिजिटल भागीदारी,युवाओं को आत्मनिर्भरता की दिशा में प्रेरित करना और जन-जागरण अभियानों को गांव-गांव तक पहुंचाना।
यह स्थापना दिवस केवल एक तिथि नहीं,बल्कि विचार, विश्वास और विकास के प्रति समर्पण की भव्य यात्रा की प्रतीक बन गया।