छत्तीसगढ़बलौदाबाजार

36 वर्षों से दर्द का मंजर झेल रहे अजय केडिया उर्फ अज्जू की कहानी

बलौदा बाजार// मैं इस लेख की शुरुआत एक उद्धरण से करना चाहूंगा: “आपमें जो अलग है, वही आपको सुंदर बनाता है।” यह सिर्फ एक उद्धरण नहीं है, बल्कि वास्तव में, यह वास्तविकता है। हम में से हर एक के पास अपने सपनों का जीवन जीने की क्षमता है, क्योंकि हम सभी को अलग-अलग कौशल का आशीर्वाद मिला है। आज, दुनिया दिव्यांग लोगों की उपलब्धियों से अनजान नहीं है।

अजय केडिया उर्फ अज्जू, जो सबसे प्रसिद्ध ऊर्जावान व्यक्ति में से एक हैं, अपने ऊर्जावान व्यक्तित्व से हर किसी को प्रेरित करते हैं। जब वह 17 साल के थे, तो उन्हें एक गंभीर बीमारी का पता चला जिससे उनके मस्तिष्क और कुल्हे की हड्डियों में जाम हो गया। इस बीमारी का कोई स्पष्ट नाम नहीं था, लेकिन यह बहुत तकलीफदेह थी और उन्हें पूरी तरह से दिव्यांग बना दिया।

अजय केडिया वर्तमान आयु 53 वर्ष के पिता, स्वर्गीय श्री बजरंग लाल केडिया, अजय को 17 वर्ष की आयु से स्वास्थ्य संबंधी गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ा। अब 36 वर्ष बीत चुके हैं और वह प्रतिदिन दर्द से गुजर रहे हैं। वह अपने परिवार में एकमात्र कमाने वाले सदस्य हैं और भगवान की कृपा से ही उनका जीवन चल रहा है।

अजय केडिया कहते हैं, “मैं बहुत सारे व्यक्तियों का आभारी हूं जिन्होंने मुझे प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से मदद की। मैं प्रशासन से यह मांग करता हूं कि मैं एक सामान्य परिवार का व्यक्ति हूं और मुझे किसी भी प्रकार की सहायता नहीं मिलती है। मैंने 17 वर्ष की आयु तक काफी आनंद के साथ जीवन जिया है। मैं छत्तीसगढ़ सरकार और भारत सरकार से गुजारिश करता हूं कि मेरी उच्च स्तरीय चिकित्सा कर मुझे राहत पहुंचाएं। मैं आभारी रहूंगा।”

यह कहानी हमें यह सिखाती है कि कठिनाइयों के बावजूद, हमें हमेशा उम्मीद और सकारात्मकता बनाए रखनी चाहिए। अजय केडिया उर्फ अज्जू का संघर्ष और धैर्य हम सभी के लिए प्रेरणादायक है। हमें उनकी कहानी से सीख लेकर अपने जीवन में भी संघर्षों का सामना करने की प्रेरणा लेनी चाहिए।

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