रायपुर कलेक्टर ने 26 जनवरी के दिन लोगों की मदद करने वाले दो नागरिकों का सम्मान किया। इनमें से एक ने खुद की जान जोखिम में डालकर दूसरे व्यक्ति को बदमाशों से बचाया था। तो वहीं दूसरे ने एक चोटिल और भटके व्यक्ति की मदद कर उसे परिजनों से मिलवाया था। दोनों ने इंसानियत का परिचय दिया।
हिम्मत सिंह ने बचाई थी युवक की जान
रायपुर में 4 जनवरी को RTO एजेंट कपिल बलेचा रात डेढ़ बजे के करीब लालपुर स्थित अपने घर जा रहे थे। इस दौरान 4 से 5 युवकों ने उस पर पेचकस से हमला कर लहूलुहान कर दिया था। उन्होंने उसके साथ मारपीट की। फिर उसे लूटने की कोशिश करने लगे।

इस दौरान वहां से गुजर रहे तेलीबांधा निवासी सिख युवक हिम्मत सिंह पीड़ित को बचाने बदमाशों से भिड़ गया। हिम्मत सिंह ने अपनी जेब में रखी हुई सिख धर्म का प्रतीक कृपाण निकाला। उसने आरोपी युवकों को चिल्लाते हुए डराया। जिससे आरोपियों के मन में डर आ गया और वे वहां फरार हो गए।

फिर हिम्मत सिंह ने लहूलुहान कपिल को देर रात उसके घर तक छोड़ा और घटना का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी दी। घटना के बाद हिम्मत सिंह ने कहा कि मैंने केवल अपना फर्ज निभाया है। हिम्मत ने दूसरे लोगों से भी अपील की है कि वे भी जरूरत पड़ने पर लोगों की मदद करें। जिससे लोगों में एकता, प्यार और विश्वास बढ़ेगा।
जैद अली ने ठंड से ठिठुर रहे बच्चे की मदद की थी
23 जनवरी को रायपुर के तेलीबांधा ओवर ब्रिज के नीचे रात के वक्त एक लड़का ठंड से कांप रहा था। तभी वहां से गुजर रहे जैद अली की नजर उस पर पड़ी। जैद ने उसकी मदद करने की सोची। उसने ये बात अपने दोस्त पंकज को बताई। फिर पंकज ने बच्चे की जानकारी रायपुर स्मार्ट सिटी के अधिकारियों को दी। महासमुंद के रायकेरा गांव का रहने वाला भूषण ध्रुव भटककर रायपुर पहुंच गया था।