छत्तीसगढ़बिलासपुर

रेत उत्खनन एवं परिवहन के खिलाफ महिलाएं‌ लामबंद ,विरोध में किया थाने में हंगामा

सुरेश सिंह बैस/बिलासपुर । मस्तूरी क्षेत्र के सोन गांव में अवैध रूप से रेत उत्खनन और उसका परिवहन पर रोज व्यक्त करते हुए महिलाओं ने रेत से भरे हुए चालीस हाईवा गाड़ियों को बंधक बनाकर अपना विरोध प्रकट किया था। इसके पश्चात रेप की आवाज परिवहन एवं उत्खनन के खिलाफ पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नहीं किए जाने पर महिलाओं ने पचपेढी पुलिस थाने में पहुंचकर हंगामा मचा दिया। विस्तृत मामला कुछ इस प्रकार है,

मस्तूरी क्षेत्र के सोन गांव में गत शनिवार को महिलास्वसहायता समूह ने चक्का जाम कर रेत से भरे चालीस हाइवा को बन्धक बनाया । इसके बाद इन सभी वाहनों को थाना ले जाकर पुलिस के हवाले किया गया था।इसके दूसरे दिन रविवार सुबह पुलिस कार्यवाही की जानकारी लेने दो दर्जन से अधिक महिलाएं पचपेढी थाना पहुंची। किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं होने की जानकारी पर महिलाओं ने थाना में जमकर हंगामा मचाया। थाना प्रभारी और पुलिस पर रेत माफियों के साथ जुगलबन्दी का आरोप लगाया। महिलाओं की अगुवाई कर रही विशाखा बाई ने बताया कि पुलिस और रेत माफियों के खिलाफ कलेक्टर और पुलिस कप्तान कार्यालय का घेराव करेंगे। जानकारी देते चलें कि गत शनिवार की शाम पचपेढ़ी थाना क्षेत्र के सोन गांव में आसपास की स्व सहायता समूह की महिलाओं ने रेत परिवहन करते चालीस हाइवा को बन्धक बनाया । दिनभर प्रदर्शन के बाद महिलाओं ने रेत से भरे सभी हाइवा को सोन स्थित सब्जी बाजार में खड़ा कर दिया। खबर मिलने के बाद स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंच गई । पुलिस ने महिलाओं को समझाया कि गाड़ियों में तोड़फोड़ हो सकती है। इसलिए सभी गाड़ियों को थाना में खड़ा किया जाएगा। हाइवा मालिकों पर माइनिंग एक्ट के तहत कार्यवाही भी होगी।इसके बाद महिलाओं ने गाड़ियों को पुलिस के हवाले कर दिया। बिना कार्यवाही किए गाड़ी छोड़ने की जानकारी पर दर्जनों महिलाएं थाना पहुंच गई । पुलिस की तरफ से बताया कि गाड़ियों को बड़े साहब के आदेश पर बिना कार्यवाही किए छोड़ा गया है। इतना सुनते ही महिलाएं भड़क गयीं। और पचपेढ़ी थाना के सामने जमकर हंगामा मचाया।समहू की अध्यक्ष विशाखा बाई ने बताया कि पिछले करीब पांच महीने से रेत माफियों ने बस्ती के लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है। दिन रात हाइवा से रेत का अवैध परिहवन किया जा रहा है। जिसके चलते सड़क पूरी तरह से जर्जर हो चुकी है। लगातार शिकायत के बाद भी रेत माफियों और भारी वाहनों के खिलाफ किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं हुई। चक्का जाम के बाद हमने चालिस हाइवा पकड़कर पुलिस के हवाले किया। लेकिन पुलिस ने तोड़ीबाजी कर सभी गाड़ियों को छोड़ दिया। जो की‌ सरासर गलत एवं अन्याय पूर्ण है। मस्तूरी क्षेत्र के सोन गांव में शनिवार को हुई चक्का जाम के बाद हमने चालिस हाइवा पकड़कर पुलिस के हवाले किया। लेकिन पुलिस ने तोड़ीबाजी कर सभी गाड़ियों को छोड़ दिया। नाराजगी जाहिर करते हुए विशाखा ने कहा कि हम कलेक्टर और पुलिस कार्यालय का घेराव करेंगे। ये जानते हुए भी इस समय रेत उत्खनन पर पूरी तरह से रोक है, बावजूद इसके ना केवल रेत का अवैध उत्खनन किया जा रहा है। बल्कि दिन रात बस्ती से भारी वाहनो से परिवहन भी हो रहा है।इन गतिविधियों में स्थानीय पुलिस भी शामिल है। हम पुलिस कप्तान से थानेदार को हटाने की मांग करेंगे।

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