रायगढ़ के छाल माइंस में विवाद:स्थानीय मजदूरों ने ठेका कंपनी के कर्मचारियों को पीटा, बुरा बर्ताव व दूषित भोजन देने का लगाया आरोप
रायगढ़ एसईसीएल की छाल माइंस में मजदूरों के समूह ने ठेका कंपनी के कर्मचारियों की पिटाई कर दी है। बताया जा रहा है कि स्थानीय मजदूरों को आरकेएस कंपनी के मैनेजर परेशान कर रहे थे। जिसके बाद विवाद बढ़ने पर सोमवार सुबह करीब 6 बजे मजदूर एकजुट होकर खदान पहुंचे थे मारपीट की घटना को अंजाम दिया।
दरअसल, छाल माइंस में ओबी हटाने का काम कर रही आरकेएस कंपनी के कर्मचारियों की मजदूरों से बहस हो गई। आरकेएस कंपनी रांची की है। कंपनी के अधीन करीब 500 मजदूर काम करते हैं। इसमें से ज्यादातर छाल के आसपास गांवों के हैं।
लोकल लोगों को परेशान कर हटा रहे काम से
जानकारी के मुताबिक, कंपनी का मैनेजर झारखंड से लोगों को लाकर काम पर रख रहा था। जबकि लोकल लोगों को परेशान करके हटाया जा रहा था। इस बात को लेकर कई दिनों से विवाद हो रहा था। आरकेएस कंपनी ने मजदूरों की बात नहीं सुनी। कई बार बैठक भी हुई लेकिन मामला नहीं सुलझा।
मजदूरों ने बुरा बर्ताव करने का लगाया आरोप
इससे आक्रोशित करीब 100 मजदूरों ने सोमवार सुबह छाल माइंस के अंदर इकट्ठा हुए और आरकेएस कंपनी के कर्मचारियों की घेरकर पिटाई कर दी। मजदूरों का कहना है कि आरकेएस कंपनी के कर्मचारी दुर्व्यवहार करते हैं। दूषित भोजन, समय से अधिक काम लेने और लोकल मजदूरों को प्राथमिकता नहीं देने का आरोप लगाया है।
घायलों को अस्पताल में कराया गया भर्ती
घटना में कंपनी के राजेश यादव माइंस टाइम कीपर, शाहिद इकबाल मैकेनिकल मैनेजर, अमित तिवारी शिफ्ट इंचार्ज, सुमित कुमार एचआर, विमलेंदु कुमार शिफ्ट इंचार्ज, अमित कुमार माइंस मैनेजर, कमलेश पंडित कुक, अरुण कुमार इलेक्ट्रिशियन हेल्पर, राहुल कुमार रसोइया, मिथुन कुमार व राजू हेल्पर, कन्हैया कुमार मैकेनिकल इंजीनियर, अनिल यादव सुपरवाइजर एवं अन्य लोग घायल हो गए। घायलों को इलाज के लिए पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पुलिस पहुंची तब भी नहीं सुलझा मामला
बीते एक सप्ताह से छाल माइंस में माहौल तनावग्रस्त है। सोमवार सुबह हुई घटना की जानकारी एसपी सदानंद कुमार को दी गई। इसके बाद खरसिया और छाल टीआई भी खदान पहुंचे। घायलों की ओर से लिखित में शिकायत की गई है। पुलिस ने आवेदन अपने पास रखा है। मंगलवार को इस मामले में कार्रवाई हो सकती है।