छत्तीसगढ़

पत्रकार की हत्या पर बीजापुर में जनआक्रोश, आरोपी गिरफ्तार, अवैध कब्जे पर चला बुलडोजर

बीजापुरपत्रकार मुकेश चंद्रकार की नृशंस हत्या ने बीजापुर समेत पूरे प्रदेश को झकझोर दिया है। हत्या के विरोध में स्थानीय पत्रकारों और आम जनता ने बीजापुर मुख्यालय में चक्का जाम किया और न्याय की मांग की। शहर में स्वस्फूर्त बंद का माहौल है, सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद हैं। राजधानी समेत राज्यभर में इस घटना का विरोध हो रहा है और आरोपियों को सख्त सजा देने की मांग की जा रही है।

आरोपियों की गिरफ्तारी और बुलडोजर एक्शन
पुलिस ने इस मामले में मुख्य आरोपी रितेश चंद्रकार को दिल्ली से गिरफ्तार कर बीजापुर लाया है। इसके अलावा, ठेकेदार सुरेश चंद्रकार सहित अन्य आरोपियों को भी हिरासत में लिया गया है। प्रशासन ने कड़ी कार्रवाई करते हुए ठेकेदार सुरेश चंद्रकार के अवैध कब्जों पर बुलडोजर चलाया। गंगालूर सड़क पर स्थित पांच एकड़ वन भूमि पर बने अवैध अतिक्रमण को ध्वस्त कर दिया गया है।

SIT गठित, बैंक खातों पर रोक
मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने विशेष जांच टीम (SIT) का गठन किया है। इसके साथ ही आरोपी ठेकेदार के सभी बैंक खातों को फ्रीज कर दिया गया है, ताकि वह कानूनी कार्रवाई से बचने की कोई कोशिश न कर सके।

हत्या की पूरी कहानी
1 जनवरी की रात मुकेश चंद्रकार घर से निकले थे और 3 जनवरी को उनका शव ठेकेदार सुरेश चंद्रकार के परिसर में स्थित सेप्टिक टैंक से बरामद हुआ। इस घटना ने प्रदेश ही नहीं, बल्कि पूरे देश के पत्रकार समुदाय को झकझोर दिया है।

पत्रकार सुरक्षा पर सवाल
इस हत्या ने पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। पत्रकार संगठनों ने सरकार से पत्रकार सुरक्षा कानून को लागू करने और उन्हें सुरक्षित माहौल प्रदान करने की मांग की है।

क्या यह सख्ती पर्याप्त होगी?
प्रदेश सरकार और प्रशासन इस मामले में सख्त कदम उठा रहे हैं, लेकिन बड़ा सवाल यह है कि क्या यह कार्रवाई भविष्य में पत्रकारों के खिलाफ होने वाले अपराधों को रोकने में सक्षम होगी?

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