बीजेपी के अंदरखाने की खबर: CM फेस की घोषणा से पहले मंत्रिमंडल गठन को लेकर माथापच्ची, ये सीनियर नेता कर रहे लॉबिंग
भोपाल. मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री पद के साथ मंत्रिमंडल को लेकर भी भारी माथापच्ची करनी होगी, क्योंकि प्रदेश की मंत्रिमंडल की अधिकतम सीमा 34 पदों की है तो दूसरी ओर बीजेपी में इस बार 38 ऐसे मंत्री और सीनियर विधायक हैं. जो कैबिनेट में जगह पाने के लिए सपने संजाए हुए हैं.
मंत्रिमंडल विस्तार का मामला और उलझन भरा इसलिए भी है क्योंकि दो पूर्व केंद्रीय मंत्री समेत पांच पूर्व सांसद भी चुनाव जीत कर प्रदेश की सरकार में आमद दर्ज कराएंगे. जिन्हें कैबिनेट में जगह मिलना भी लगभग तय माना जा रहा है. उधर बीते सरकारों के आंकड़े बताते हैं कि प्रदेश में एक साथ सभी मंत्री पदों पर जिम्मेदारी नहीं दी गई. लिहाजा मुख्यमंत्री अपने अधिकार के तहत कम से कम आधा दर्जन पद रिजर्व रखते आए हैं. ऐसे में यदि वर्तमान मंत्रियों को छोड़ दिया जाए तो एक अनार सौ बीमार वाली स्थिति प्रदेश में बनेगी.