विश्व धरोहर सिरपुर बचाने 676 वें दिन किसानों का गांधीवादी सत्याग्रह जारी,किसानों ने लगाए नारे बाहरी भगाओ छत्तीसगढ़ बचाओ
अवैध डायवर्सन रद्द करो-रद्द करो,जो किसान का नहीं वो छत्तीसगढ हिन्दुस्तान का नहीं,02 जनवरी को हाईवे सत्याग्रह स्थल में किसानों के बीच राज्य आंदोलनकारी किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष श्री अनिल दुबे होंगे, आज सत्याग्रह किसान नववर्ष के अवसर पर किसान,महिला किसान,नौजवान आदिवासी समाज के आराध्य देव बुढादेव की पूजा अर्चना कर शुरू किया सत्याग्रह,गाँधीवादी सत्याग्रह जारी- किसान मोर्चा
तुमगांव 01 जनवरी 2024।विश्व धरोहर सिरपुर बचाने,करणी कृपा उद्योग हटाओ सिरपुर महासमुंद क्षेत्र बचाओ किसानों का चलाया गया अभियान करणी कृपा उद्योग को हटाते तक जारी रहेगा,जो किसानों का नहीं वो छत्तीसगढ़ हिन्दुस्तान का नहीं, हाइवे स्थित खैरझिटी,कौंवाझर, मालीडीह के कॄषि भूमि,गरीबों का क़ाबिल कास्त भूमि,आदिवासी भूमि, वन भूमि,शासकीय भूमि में गैर कानूनी ढंग से निर्माणाधीन करणी कृपा स्टील एवं पावर प्लांट लगने के विरोध में विगत 25 फरवरी 2022 से अंचल के किसानों द्वारा छत्तीसगढ़ संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले अखन्ड गांधीवादी सत्याग्रह चल रहा है।आज अखंड धरना सत्याग्रह के 676 वें दिन खेती किसानी के व्यस्तता के बाद भी दर्जनों किसान,महिला किसान और जवानों ने भाग लिया।आज अखंड सत्याग्रह का नेतृत्व राज्य आंदोलनकारी आदिवासी किसान नेता अशोक कश्यप,दशरथ सिन्हा,डेविड चंद्राकर,रामलाल विश्वकर्मा,बोधन यादव,दौलत ध्रुव,कुमार बरिहा ने किया।आज अखंड सत्याग्रह को राज्य आंदोलनकारी आदिवासी किसान नेता अशोक कश्यप,किसान नेता हेमसागर पटेल,नाथूराम सिन्हा,उदय चंद्राकर, तोषण सिन्हा, महिला किसान नेत्री राधाबाई सिन्हा,कुमारी ध्रुव,कल्याणी ढीढी,गणेशीया ध्रुव आदि ने संबोधित किया।सत्याग्रह में शामिल सत्याग्रहीयों को संबोधित करते हुए राज्य आंदोलनकारी आदिवासी किसान नेता अशोक कश्यप ने सत्याग्रही आंदोलनकारी किसानों को नए साल की बधाई देते हुए कहा कि हम किसानों कि यह लड़ाई गैर कानूनी ढंग से निर्माणाधीन करणी कृपा उद्योग को निरस्त कराने,विश्व धरोहर सिरपुर, महासमुंद विधानसभा क्षेत्र के जीवनदायिनी कोडार बांध के पानी को बचाने,शासकीय भूमि,नेशनल हाईवे की भूमि,किसनों की भूमि,सिंचाई विभाग के नहर नाली को बचाने के साथ ही साथ अंचल के जल,जंगल, जमीन,जीव जंतु,पर्यावरण को बर्बादी से बचाने के लिए सत्य की लड़ाई है। इसमें हम किसानों की जीत हो कर ही रहेगी। 02 जनवरी 2024 को राज्य आंदोलनकारी किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष श्री अनिल दुबे हम किसानों के बीच होंगे और आंदोलन को गति देने निर्देशित करेंगे।किसान नेता नाथूराम सिन्हा ने कहा कि नेशनल हाईवे कौंवाझर तुमगांव की शासकीय भूमि पर गैर कानूनी ढंग से निर्माणाधीन करणी कृपा प्राइवेट लिमिटेड द्वारा प्राइवेट रोड़ निर्माण पर किसान आम नागरिकों द्वारा खोला मोर्चा है।थानेदार तुमगांव से लेकर प्रधानमंत्री भारत सरकार तक प्रमाणित दस्तावेज के साथ गुहार लगाये हैं। कोडार बांध का पानी किसानों का करणी कृपा उद्योग एव अन्य उद्योगों को नहीं लेने देंगे, 400 बाहरी श्रमिकों पर खोला है मोर्चा और माननीय मुख्यमंत्री को भेजा है समस्त जानकारी।छत्तीसगढ़ में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर हम किसानों ने आवाज बुलंद किया है।किसान नेता हेमसागर पटेल ने कहा कि महासमुंद विधानसभा क्षेत्र के जीवनदायनी कोडार बांध का पानी हम किसानों का करणी कृपा उद्योग एवं अन्य किसी भी उद्योग को लेने नहीं देंगे नहीं देंगे।आदिवासी किसानों की भूमि, शासकीय भूमि,सिंचाई विभाग के नाहर नाली,किसानों की भूमि पर करणी कृपा उद्योग ने किया कब्जा छोड़ना होगा छोड़ना होगा।किसान नेता उदय चंद्राकर ने कहा कि गैर कानूनी ढंग से निर्माणाधीन करणी कृपा उद्योग के बिमल खेतान,निर्णय चौधरी सहित दर्जनों निर्माण कार्य करने वाले बिहार,झारखंड,उत्तर प्रदेश,बंगाल,उड़ीसा के कर्मचारी नेशनल हाईवे रोड़ में तोड़फोड़ करते हुए पुलिया को अपने कल कारखाना में जोड़ने हेतु निर्माण कार्य पर लगे हुए हैं जिसकी शिकायत पर प्रशासन 15 दिन के अंदर कार्यवाही कर अन्यथा सत्याग्रही किसान रोड़ रास्ता तोडेंगे।महिला किसान नेत्री श्रीमती राधाबाई सिन्हा ने कहा कि नेशनल हाईवे की रोड़ को कब्जा कर अपने स्वयं के लिए रोड़ निर्माण करणी कृपा प्राइवेट लिमिटेड के निर्णय चौधरी,विमल खेतान,प्रशांत खेतान द्वारा किया जा रहा है।जिस पर एफआईआर दर्ज करने के लिए पुलिस में हम किसानों द्वारा प्रमाणित शिकायत दर्ज की है उस पर तत्काल कार्यवाही किया जावे। महिला किसान नेत्री श्रीमती कुमारी ध्रुव ने कहा कि करणी कृपा उद्योग में कार्यरत बाहरी श्रमिकों को वापस जाना ही होगा।अवैध डायवर्सन की सुनवाई जिलाधीश जल्दी प्रारंभ करें।करणी कृपा प्राइवेट लिमिटेड के बाउंड्री के अंदर आदिवासियों की भूमि,शासकीय भूमि,सिंचाई विभाग के नहर नाली,किसानों की भूमि को कब्जा मुक्त कराये प्रशासन।






