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निलंबन के विरोध में पटवारियों का आंदोलन, बिलासपुर तक फैली चिंगारी

सारंगढ़-बिलाईगढ़: निलंबन पर उबाल, पटवारियों की एकजुटता

सारंगढ़-बिलाईगढ़ में पटवारी उमेश कुमार पटेल के निलंबन के खिलाफ पटवारियों का विरोध बढ़ता जा रहा है। इस विरोध की लपटें अब बिलासपुर तक फैल चुकी हैं, जिसके कारण पटवारियों को आंदोलन का सहारा लेना पड़ रहा है।

विवाद का केंद्र

कलेक्टर सारंगढ़-बिलाईगढ़ के आदेश क्रमांक 1976 और 1994 के तहत पटवारी उमेश कुमार पटेल को डिजिटल हस्ताक्षर हटाने, बिना सक्षम प्राधिकारी की अनुमति के खसरा नंबर 975/1 को विलोपन करने और खसरा नंबर 975/10/1 से संबंधित जानकारी में संशोधन करने के आरोप में निलंबित किया गया है। पटवारियों का कहना है कि भुईया पोर्टल पर डिजिटल हस्ताक्षर हटाने या खसरा नंबर को विलोपन करने का कोई विकल्प नहीं है। इसके अलावा, इन कार्यों के लिए अनुमोदन अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) के अधिकार क्षेत्र में आता है।

बिलासपुर में विरोध की चिंगारी

इस निलंबन के खिलाफ, 24 जून 2024 को संभाग अध्यक्ष राजस्व पटवारी संघ ने आयुक्त बिलासपुर संभाग को ज्ञापन सौंपा, लेकिन इस पर कोई विचार नहीं किया गया। इसके परिणामस्वरूप, 4 जुलाई 2024 से बिलासपुर के सभी जिलों के पटवारी हड़ताल पर चले गए हैं।

हड़ताल का असर

इस हड़ताल से राजस्व संबंधी विभिन्न कार्य प्रभावित हो रहे हैं, खासकर किसान और विद्यार्थियों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। जाति, निवास प्रमाणपत्र जैसे कार्यों के लिए लोगों को भटकना पड़ रहा है। पटवारियों की इस अनिश्चितकालीन कलमबंद हड़ताल से प्रशासनिक कामकाज ठप पड़ गया है।

आगे की राह

पटवारियों की इस एकजुटता और विरोध को देखते हुए, प्रशासन पर दबाव बढ़ता जा रहा है। अब देखना यह है कि प्रशासन इस विरोध को कैसे संभालता है और पटवारियों की मांगों का क्या जवाब देता है।

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