छत्तीसगढ़बिलासपुर

अवैध पैथोलॉजी लैब और कलेक्शन सेंटरों पर कार्रवाई की मांग पर एनएसयूआई ने सीएमओ को सौंपा ज्ञापन

सुरेश सिंह बैस -बिलासपुर।शहर में अवैध रूप से संचालित पैथोलॉजी लैब और कलेक्शन सेंटरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग जोर पकड़ने लगी है। एनएसयूआई के प्रदेश सचिव रंजेश सिंह ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अनिल श्रीवास्तव को ज्ञापन सौंपकर अवैध रूप से संचालित इन केंद्रों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग की। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि सात दिनों के भीतर उचित कदम नहीं उठाए गए, तो एनएसयूआई बड़ा आंदोलन करेगी, जिसकी पूरी जिम्मेदारी स्वास्थ्य विभाग प्रशासन की होगी। रंजेश सिंह ने बताया कि नगर में बिना लाइसेंस के सैकड़ों पैथोलॉजी लैब और कलेक्शन सेंटर खुलेआम संचालित हो रहे हैं। इन केंद्रों के पास न तो स्वास्थ्य विभाग की स्वीकृति है, न ही नगर निगम की अनुमति। उन्होंने “डॉ. लाल पैथोलैब” जैसे केंद्रों का नाम लेते हुए आरोप लगाया कि यह सेंटर और अन्य कई, बिना मान्यता के कार्यरत हैं, जो मरीजों के स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा बन चुके हैं। उन्होंने कहा कि बिना लाइसेंस संचालित ये केंद्र न केवल चिकित्सा नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं, बल्कि इनकी कार्यप्रणाली की गुणवत्ता पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। रंजेश ने आरोप लगाया कि इन अवैध गतिविधियों को स्वास्थ्य विभाग के कुछ अधिकारियों और कर्मचारियों के संरक्षण में अंजाम दिया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार नगर में लगभग 200-250 पैथोलॉजी लैब और कलेक्शन सेंटर संचालित हो रहे हैं, जिनमें से केवल 50 को ही वैध लाइसेंस प्राप्त है। शेष सेंटर अवैध रूप से कार्यरत हैं और इनकी वजह से शहरवासियों को गंभीर स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। ज्ञापन सौंपते हुए रंजेश सिंह ने कहाकि अगर सात दिनों के भीतर इन अवैध केंद्रों पर कार्रवाई नहीं हुई, तो एनएसयूआई उग्र आंदोलन करेगी। उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी से अपील की कि शहरवासियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बिना लाइसेंस संचालित सभी केंद्रों को तुरंत बंद कराया जाए। ज्ञापन सौंपते समय एनएसयूआई के कई छात्र नेता मौजूद रहे। इनमें पुष्पराज साहू, करण यादव, यशोदा वारे, पंकज सोनवानी, मीत सोनवानी, अंशु गोस्वामी, गजेन्द्र यादव, अनिक तिवारी, उमेश सूर्या, कृष्णा महेश्वरी, दुर्गेश कुर्रे, दिलकुमार और सुजल सप्रे शामिल थे।

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