छत्तीसगढ़सारंगढ़ बिलाईगढ़

कलेक्टर डॉ कन्नौजे ने सभी प्राचार्यों को दो टूक कहा : आगामी दसवीं और बारहवीं बोर्ड परीक्षा परिणाम में सुधार आना चाहिए

दसवीं बारहवीं बोर्ड परीक्षा परिणाम सुधार के लिए कलेक्टर डाॅ. कन्नौजे ने प्राचार्यों के साथ किया समीक्षा बैठक

कलेक्टर ने सभी प्राचार्यों को परीक्षा परिणाम के लिए आवश्यक नवाचार करने के निर्देश दिए

प्रभारियों को शिक्षकों एवं बच्चों की नियमित उपस्थिति सुनिश्चित करने के निर्देश

सारंगढ़ बिलाईगढ़, 16 अक्टूबर 2025/कलेक्टर डाॅ. संजय कन्नौजे ने शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सारंगढ़ के सभाकक्ष में गुरूवार को जिले के सभी प्राचार्यों का बैठक लिया। डॉ कन्नौजे ने सभी प्राचार्यों को दो टूक कहा कि आगामी दसवीं और बारहवीं बोर्ड परीक्षा में सुधार आना चाहिए।शैक्षणिक कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही करने में सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए प्राचार्य ठोस रणनीति और कार्य योजना बनाकर कार्य करें। कलेक्टर ने डीईओ, बीईओ, एबीईओ, बीआरसी को स्कूलों का नियमित निरीक्षण करने के निर्देश दिए।

कलेक्टर ने विद्यार्थियों को गणवेश और पाठ्य पुस्तकों का वितरण, यू-डाईस प्रोग्रेस की जानकारी, स्कूलों में बच्चों के जाति प्रमाण पत्र बनाने, स्कूल में विद्यार्थियों और शिक्षकों की नियमित उपस्थिति देने, मध्यान्ह भोजन संचालन, न्यौता भोज, शैक्षिक और सामाजिक क्षेत्र में अच्छे कार्य करने वाले शिक्षकों को प्रोत्साहित करने, कमजोर प्रदर्शन करने वाले शिक्षकों को प्रशिक्षण देने के निर्देश दिए।

कलेक्टर डॉ कन्नौजे ने बैठक में पीएमश्री स्कूलों में चल रहे निर्माण कार्यों को समय सीमा में गुणवत्ता के साथ शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए। शिक्षकों के समयमान वेतनमान, पेंशन, अनुकंपा नियुक्ति, परिवीक्षा अवधि समाप्त करने, शिक्षकों के संघों से प्राप्त आवेदनों को भी पूरी गंभीरता से निराकरण करने के निर्देश दिए। इस बैठक में डीईओ जे आर डहरिया, खंड शिक्षा अधिकारी, एबीईओ, बीआरसी आदि उपस्थित थे।

नियमित रूप से प्रत्येक सिलेबस पूर्ण होने के बाद ब्लू प्रिंट अनुरूप टेस्ट परीक्षा लेने के निर्देश

जिले में आगामी दसवीं और बारहवीं बोर्ड परीक्षा के बेहतर परिणाम को मद्देनजर कलेक्टर ने 50 प्रतिशत से कम प्रदर्शन करने वाले प्राचार्यों को विशेष रणनीति, कार्ययोजना बनाकर, नियमित रूप से ब्लू प्रिंट अनुसार प्रश्न तैयार कर परिणाम लेने, प्रत्येक यूनिट (चैप्टर) के बाद परीक्षा लेने, परीक्षा परिणाम की समीक्षा उपरांत कमजोर बच्चों के लिए उपचारात्मक शिक्षा एवं अतिरिक्त कक्षा लेने, शिक्षकों का शिक्षकीय कार्य के अलावा अन्य कार्यों में ड्यूटी नहीं लगाने, संस्था के प्राचार्य को ठोस कार्ययोजना बनाकर क्रियान्वयन करने तथा विषय शिक्षकों की कमी वाले स्कूलों में पीएम ई-विद्या चैनल के माध्यम से विभिन्न विषयों के अध्यापन व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए ताकि विषय विशेषज्ञ की कमी पर भी बच्चे विषयों को अच्छे ढंग से समझ और पढ़ सके।

स्कूली बच्चों के शिक्षा ट्रेकिंग के लिए कलेक्टर ने बच्चों का शत् प्रतिशत अपार आईडी बनाने के निर्देश दिए

डाॅ. कन्नौजे ने सभी शासकीय एवं प्राइवेट स्कूलों में प्रत्येक बच्चों का 100 प्रतिशत अपार आईडी बनाने के निर्देश दिए ताकि बच्चों के संपूर्ण शैक्षणिक गतिविधियों की ट्रैकिंग एवं उनके सभी अंकसूची, दस्तावेज और अन्य सर्टिफिकेट को डिजी लाॅकर में अपलोड करने के निर्देश दिए।

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